#2 रतिंदर सिंह सोढ़ी
साल 2000 में अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम में एक और खिलाड़ी शामिल था, जिसे शानदार प्रदर्शन के बावजूद मौका नहीं मिला। रतिंदर सिंह सोढ़ी ने उस टूर्नामेंट के फाइनल मैच में 10 ओवर में महज 26 रन दिए थे और इसके साथ ही 43 गेदों में 39 रनों की पारी भी खेली थी। उन्होंने आठ मैचों में 33.50 की औसत से कुल 134 रन बनाए थे।
इसकी बदौलत उन्हें साल दिसंबर 2000 में भारतीय टीम की ओर से बुलावा आया लेकिन वह केवल 18 वनडे मैच ही खेल सके और चयनकर्ताओं का भरोसा जीतने में नाकाम रहे। सोढ़ी ने 18 वनडे मैचों में 25.45 की औसत से 280 रन बनाए और 5 विकेट भी लिए। उन्होंने भारत की ओर से अपना आखिरी वनडे मैच नवंबर 2002 में खेला था।
#3 अमित भंडारी
तीसरा नाम है अमित भंडारी का। अमित भंडारी ने साल 1998 के अंडर-19 विश्व कप में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उस टूर्नामेंट में भंडारी ने 6 मैचों में 15.18 की औसत से 11 विकेट लिए थे और भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी रहे थे। यही वजह रही कि उन्हें भारतीय टीम में भी शामिल किया गया। हालांकि उन्होंने अपने डेब्यू मैच में ही पाकिस्तान के खिलाफ 10 ओवर में 75 रन लुटाए थे।
इसके बाद उन्हें भारत की ओर से अपना दूसरा वनडे मैच चार साल बाद खेलने का मौका मिला। इसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन तो किया लेकिन दोबारा भारतीय टीम में उनकी वापसी नहीं हुई। भंडारी ने अपने फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर में 95 मैचों में 314 विकेट लिए। इसके बाद उन्होंने दिल्ली की टीम के मुख्य चयनकर्ता के रूप में भी काम किया।