#4 सौरव गांगुली
1996 में इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय टीम के पास उस समय 23 साल के रहे सचिन तेंदुलकर के अलावा कोई सहारा नहीं था और पहले टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद सौरव गांगुली को लॉर्ड्स में डेब्यू करने का मौका दिया गया।
गांगुली ने 20 बाउंड्री के साथ 131 रनों का स्कोर बनाया और ऑनर बोर्ड पर अपना नाम लिखवा लिया। इसके अलावा गांगुली ने 3 विकेट भी झटके थे।
#3 स्टीव स्मिथ
यह बेहद अजीब बात है कि इस पीढ़ी के सबसे बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाज ने लेग स्पिनर के तौर पर अपना टेस्ट डेब्यू किया था। सुरक्षा कारणों से कुछ दिनों तक पाकिस्तान ने इंग्लैंड को अपना होम मैदान बनाया था और उसी दौरान स्टीव स्मिथ ने लॉर्ड्स पर पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया।
स्मिथ को उस समय शेन वॉर्न के रिप्लेसमेंट के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन उन्होंने खुद को इस पीढ़ी का बेस्ट टेस्ट बल्लेबाज बना लिया।