भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली विश्व क्रिकेट का वह हीरा है, जिन्होंने पिछले कुछ समय में क्रिकेट को अपनी बल्लेबाजी से बहुत कुछ दिया है। विराट कोहली वर्तमान के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं इसमें कोई दो राय नहीं है, उन्हें सर्वश्रेष्ठ कहना भी कुछ गलत नहीं होगा। विराट को बल्लेबाजी करते देखना किसी अद्भुत नजारे से कम नहीं है। बात करें एक दिवसीय क्रिकेट की तो कोहली 218 मैचों में 60 की औसत से 10339 रन बना चुके हैं। उनकी औसत से ही पता चलता है कि कोहली कितने महान बल्लेबाज है।
किंग कोहली वनडे क्रिकेट में अब तक 39 शतक जड़ चुके हैं। वैसे तो कोहली ने कई विराट पारियां खेली है, उनकी हर पारी में कुछ खास जरूर होता है। कोहली को रनों का पीछा करने की मशीन कहा जाता है। विपक्षी टीम का स्कोर चाहे कितना भी हो, लेकिन जब तक विराट क्रीज पर रहते हैं तो कोई भी स्कोर चेज करना मुश्किल नहीं दिखता। विराट कोहली भारतीय बल्लेबाजी की रीड की हड्डी है, खेल का प्रारूप चाहे कोई भी हो इससे कोहली को कोई फर्क नहीं पड़ता। कोहली का अब तक का उपमहाद्वीप के बाहर का रिकॉर्ड भी शानदार रहा है। हैरानी की बात यह है कि 39 में से 24 शतक कोहली ने रनों का पीछा करते हुए बनाए हैं ,जो अपने आप में किसी कीर्तिमान से कम नहीं है।
कप्तान के तौर पर भी कोहली ने कम समय में बहुत कुछ हासिल किया है. हाल ही में कोहली की कप्तानी में भारत ने कंगारुओं को उनके घर में ही मात दी और इसके साथ ही वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय कप्तान भी बन गए। ऑस्ट्रेलिया की धरती पर यह भारत द्वारा जीती गई पहली टेस्ट श्रृंखला थी। बल्लेबाज के तौर पर कोहली का कद इतना बढ़ चुका है कि शायद ही कोई बल्लेबाज उनसे मुकाबले में हो कोहली ने अपने क्रिकेट करियर में इतनी अच्छी पारियां खेली है कि उनकी 5 सर्वश्रेष्ठ पारियां चुनना कठिन है, आइए नजर डालते हैं कोहली की 5 सर्वश्रेष्ठ वनडे पारियों पर -
#5. 104 vs ऑस्ट्रेलिया (एडिलेड)
एडिलेड में दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में विराट कोहली ने लाजवाब 104 रन की पारी खेली। कोहली के शतक ने भारत को जीत दिलाई और अपनी इस पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। कोहली की इस पारी की बदौलत वनडे श्रृंखला में भारत ने 1-1 से बराबरी कर ली।
पहला एकदिवसीय मैच हारने के बाद सारा दबाव भारत के ऊपर था, 299 रनों का पीछा करते हुए भारत ने यह मैच 4 गेंद शेष रहते ही जीत लिया। दबाव में खेली गई इस पारी की जगह सर्वश्रेष्ठ पांच में तो बनती ही है।
#4. 154 vs न्यूज़ीलैंड (मोहाली)
न्यूज़ीलैंड के भारत दौरे के दौरान खेली गई इस पारी को कोई इतनी आसानी से नहीं बुला सकता। 23 अक्टूबर 2016 को मोहाली में खेले गए मैच के दौरान न्यूज़ीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 286 रन का लक्ष्य रखा। भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और अजिंक्य रहाणे जल्दी ही पवेलियन लौट गए, उनके बाद रोहित शर्मा भी कुछ खास नहीं कर सके।
तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे कोहली ने न्यूजीलैंड के सभी गेंदबाजों की जमकर धुलाई करते हुए महज 134 गेंदों में 154 रन बनाए। इस पारी की बदौलत भारत ने यह मैच 10 गेंदे शेष रहते ही जीत लिया। अपनी इस पारी के दौरान कोहली ने 16 चौके और एक छक्का लगाया।
विराट कोहली ने 114 रन की स्ट्राइक से यह पारी खेली, जो कि रनों का पीछा करते हुए कभी आसान नहीं होता। इस पारी में विराट ने दिखा दिया कि यूं ही उन्हें चेस मास्टर नहीं कहा जाता। कोहली की 154 रन की पारी का हमारी सर्वश्रेष्ठ 5 में खास स्थान है।
#3. 122 vs इंग्लैंड (पुणे)
विराट कोहली की क्लास बल्लेबाजी ने किसी भी टीम को नहीं बख्शा। इंग्लैंड के भारत दौरे के दौरान इस कड़ी में एक पारी और जुड़ गई। दरअसल 15 जनवरी, 2017 में खेले गए इस मैच में पुणे के मैदान पर इंग्लैंड ने भारत के सामने जीत के लिए 351 रन का भारी-भरकम लक्ष्य रखा।
इतने बड़े लक्ष्य का दबाव तो बनता ही है, दोनों भारतीय ओपनर केएल राहुल और शिखर धवन सस्ते में निपट गए। 24 रन पर भारत ने 2 विकेट खो दिए थे और तब लगा कि यह मैच तो भारत के हाथ से गया, लेकिन विराट कोहली ने कुछ और ही ठान रखा था।
विराट कोहली ने इस मैच में 122 रन की तेजतर्रार पारी खेली। इस पारी में कोहली ने 8 चौके और 5 छक्के जड़े। कोहली का साथ देते हुए केदार जाधव ने भी इस मैच में 120 रन की पारी खेली। हैरानी की बात यह रही कि भारत ने इतना बड़ा लक्ष्य 11 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया।
#2. 100 vs ऑस्ट्रेलिया (जयपुर)
विराट कोहली की इस पारी को कोई क्रिकेट प्रेमी अपने जेहन से नहीं निकाल सकता। ऑस्ट्रेलिया के 2013 दौरे के दौरान, एकदिवसीय श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 360 रन का पहाड़ जैसा लक्ष्य खड़ा किया।जवाब में विराट कोहली के नाबाद 100 और रोहित शर्मा के 141 रन की बदौलत भारत ने महज 43 ओवरों में यह मैच जीत लिया।
लेकिन क्रिकेट प्रेमियों को यह मैच विराट कोहली के 100 रन के लिए याद रहेगा। यह शतक किसी भी भारतीय बल्लेबाज का एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे तेज शतक था। विराट कोहली ने यह शतक केवल 52 गेंदों में पूरा किया, इस पारी के दौरान कोहली ने 8 चौके और 6 छक्के जड़े।
360 जैसे विशाल लक्ष्य को भारत ने बड़ी आसानी से हासिल किया और भारत ने 7 ओवर शेष रहते यह मैच 9 विकेट से जीत लिया। विराट कोहली ने देखते-देखते इस मैच में जीत का निवाला ऑस्ट्रेलिया के मुंह से छीन लिया और यह मैच अपनी टीम के नाम किया।
#1. 183 vs पाकिस्तान (ढाका)
विराट कोहली ने अपने जीवन में बहुत ही महान पारियां खेली है, लेकिन जब बात भारत-पाक क्रिकेट मैच की हो तो माहौल देखते ही बनता है। 2012 एशिया कप के दौरान पाकिस्तान ने भारत को जीत के लिए 330 रन का लक्ष्य दिया। पाकिस्तान अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहा था, दोनों देशों में से कोई भी देश एक दूसरे के खिलाफ हारना पसंद नहीं करता।
पाकिस्तान के खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण के सामने यह लक्ष्य उस समय और बड़ा हो गया, जब भारतीय ओपनर गौतम गंभीर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। तीसरे नंबर पर आए विराट कोहली ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ 133 रन की साझेदारी बनाई।
उसके बाद कोहली ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और 148 गेंदों में 183 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। उन्होंने 123 की स्ट्राइक रेट से यह रन बनाए। यह पारी पाकिस्तान के खिलाफ थी, इसलिए हर भारतीय प्रशंसक के लिए इसके मायने और ज्यादा बढ़ जाते हैं।