#3 पार्थिव पटेल
2002 में जब पार्थिव ने डेब्यू किया था तो वो सबसे कम उम्र के विकेटकीपर बने। हालांकि, स्टंप के पीछे खराब प्रदर्शन करने के कारण और एमएस धोनी की अच्छी परफॉर्मेंस के चलते 2004 में उन्हे कुछ मैचों में शामिल नहीं किया गया। तभी से पार्थिव की जगह टीम में फिक्स नहीं हैं। टीम में उनकी जगह अंदर-बाहर की बनी रहती है।
वहीं अब ऋषभ पंत को कीपर के तौर पर एक अच्छा खिलाड़ी माना जा रहा है। इसके चलते वो लंबे फॉर्मेट के मैचों में स्टंप के पीछे दिखाई देते हैं। ऐसे में चार साल बाद अगले ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान पार्थिव शायद ही शामिल हो सकें। इससे पहले जब पार्थिव 2004 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए थे तो 32 की औसत से चार टेस्ट मैचों में 160 रन बनाए थे।
यह भी पढ़ें: वनडे क्रिकेट में ये 3 धाकड़ बल्लेबाज बना सकते हैं 'तिहरा शतक'