क्रिकेट के खेल में कई बार ऐसे खिलाड़ी आते है, जो अपने प्रदर्शन से दुनियाभर के प्रशंसकों को आकर्षित करने में कामयाब रहते है। फिर चाहे बात हो क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर की या टीम इंडिया के वर्तमान कप्तान विराट कोहली की, दोनों ही बल्लेबाजों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के दम पर अपार सफलताएं हासिल की है। विराट कोहली वर्तमान में जिस तरह के फॉर्म में चल रहे है उसे देखकर लगता है कि वे कोई साधारण मनुष्य नहीं है।
हर साल अनगिनत रिकॉर्ड को अपने नाम करने के साथ कई ऐसे पुराने कीर्तिमान भी है जिन तक पहुंचना भी कुछ समय पहले नामुमकिन प्रतीत होता था, ऐसे रिकॉर्ड को भी "मोडर्न मास्टर" विराट तोड़ने में कामयाब रहे है। टीम इंडिया के कप्तान बनने के बाद कोहली ने परिपक्वता के साथ नेतृत्व करते हुए भारत को नई उंचाईयों तक पहुंचाया है। इसके साथ ही उन्होंने अपने आप को मौजूदा समय के सबसे महान बल्लेबाज के तौर पर प्रस्थापित भी किया है।
क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट टेस्ट, वनडे और टी20 में विराट ने अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। विराट के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने 77 टेस्ट मैच की 131 पारियों में 53.76 की औसत से 6613 रन बनाये है, जिसमें 20 अर्धशतक, 25 शतक और 6 दोहरे शतक शामिल है। एकदिवसीय क्रिकेट में तो कोहली सबसे महान बल्लेबाज है यह कहना बिल्कुल भी अतिशयोक्ति नहीं है, जिसका प्रमाण उनके करियर के आंकड़े बताते है। 216 वनडे मुकाबले खेलकर 59.84 की शानदार औसत से 10,232 रन बनाने वाले विराट के नाम 48 अर्धशतक और 38 शतक दर्ज है। भारतीय क्रिकेट का ये "कोहीनूर" अपना करियर समाप्त होने से पहले खेल के सभी बडे रिकॉर्ड तोड़ देगा इसमें कोई दो राय नहीं है।
आज हम आपको ऐसे पांच महत्वपूर्ण रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें विराट साल 2019 में तोड़ सकते है:
#1. वनडे कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा शतक
वनडे क्रिकेट में विराट कोहली पिछले कुछ सालों में सबसे धुरंधर बल्लेबाज बनकर उभरे है। उन्होंने बेहद कम समय में ही 38 एकदिवसीय शतक जड़ दिये है, जिसमें से कप्तान के रूप में विराट ने 16 शतक लगाये है। आपको बता दें कि वनडे में कप्तान के तौर पर ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग ने सर्वाधिक 22 शतक बनाये है।
विराट को पोंटिंग का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए सिर्फ सात शतक की आवश्यकता है। हालांकि एक साल में सात शतक लगाना कोई आसान कार्य नहीं है, मगर आसान लक्ष्य तो विराट कोहली को वैसे भी पसंद नहीं है। 2019 में विराट को कई सारे वनडे सीरीज खेलने है, खास कर विश्व कप के दौरान भी उनके पास इस रिकॉर्ड को बनाने का बेहतरीन मौका होगा।
#2. विदेशी धरती पर सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान
भारतीय टीम ने पिछले साल 2018 में ज्यादातर समय विदेशी धरती पर ही बिताया। खास कर टेस्ट क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के दौरे पर भारत का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। जिसके चलते विराट के टेस्ट कप्तान बने रहने पर सवालिया निशान भी खड़े हुए, मगर साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कोहली एंड कंपनी ने लाजवाब प्रदर्शन कर सभी आलोचकों का मुंह बंद कर दिया।
मेलबोर्न में खेले गए ऐतिहासिक "बॉक्सिंग डे" टेस्ट को जीतकर टीम इंडिया 37 साल लंबा इंतजार खत्म किया। आखिरी बार वर्ष 1981 में भारत ने मेलबोर्न क्रिकेट ग्रांउड पर टेस्ट मैच जीता था। इस जीत के साथ ही विराट ने कप्तान के तौर पर विदेशी धरती पर ग्यारह टेस्ट मैच में विजय प्राप्त करने वाले पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के रिकॉर्ड की बराबरी कर दी है।
फिलहाल भारतीय टीम सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध टेस्ट श्रृंखला का चौथा और अंतिम मैच खेल रही है। ऐसे में सिडनी टेस्ट को जीतकर विराट कोहली के पास विदेशी धरती पर सबसे कामयाब भारतीय टेस्ट कप्तान बनने का सुनहरा अवसर है। जिस प्रकार सिडनी में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन रहा है उसे देखकर यह कह सकते है कि आने वाले दो दिनों में विराट कोहली इस किर्तिमान को हासिल करने के साथ ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट श्रृंखला जीतने का सौभाग्य प्राप्त करने जा रहे है।
#3. सबसे तेज 20,000 अंतरराष्ट्रीय रन
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में केवल ग्यारह बल्लेबाज ही ऐसे है जो 20,000 से ज्यादा रन बनाने में सफल रहे है। भारत की ओर से सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़, ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग, श्रीलंका के कुमार संगाकारा, महेला जयवर्धने और सनथ जयसूर्या, दक्षिण अफ्रीका के जेक कालिस और एबी डीविलियर्स, पाकिस्तान के इंजमाम-उल-हक तथा वेस्टइंडीज के शिवनारायण चंद्रपॉल और ब्रायन लारा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के नाम इस सूची में शामिल है।
विराट कोहली ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध सिडनी में खेले जा रहे टेस्ट में सबसे तेज 19,000 अंतरराष्ट्रीय रन बनाने बका कीर्तिमान हासिल किया है। उन्होंने 399 पारियों में 19012 रन बना दिये है और इस साल केवल 988 रन बनाकर विराट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज 20,000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बन सकते है।
आपको बता दें कि सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा ने 453 अंतरराष्ट्रीय पारियों में सबसे तेज बीस हजार रन बनाये है। विराट ने 2018 में ही 47 पारियां खेलकर 2735 रन बनाये है, उनकी रन बनाने की रफ्तार देखते हुए यह प्रतीत होता है कि सबसे तेज 20,000 रन पूरे करने के लिए वह आने वाले कुछ महीनों में ही बाकी बचे हुए 988 रन बना लेंगे।
#4. टी20 अंतरराष्ट्रीय में सर्वाधिक रन
टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी विराट कोहली का दबदबा कायम है। विराट ने 65 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेलकर 49.25 की औसत और 136.12 की स्ट्राइक रेट से 2167 रन बनाये है।
टी20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में विराट चौथे स्थान पर है। 2019 में कोहली इस लिस्ट में सबसे ऊपर पहुंच सकते है, लेकिन इसके लिए उन्हें तीन दिग्गजों को पीछे छोड़ना होगा।न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल 2271 रनों के साथ शीर्ष स्थान पर मौजूद है। विराट के साथी रोहित शर्मा 2237 रनों के साथ दूसरे पायदान पर है। जबकि पाकिस्तान के शोएब मलिक 2190 रन बनाकर विराट से थोड़ा आगे चल रहे है।
इन चारों खिलाड़ियों के बीच रनों का अंतर बेहद ही कम है, इसलिए पूरे साल के दौरान नंबर वन बल्लेबाज बनने की जंग छिड़ी रहेगी। खास कर ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाली टी20 श्रृंखला में विराट, रोहित और गुप्टिल के बीच जोरदार टक्कर होने के आसार नजर आ रहे है।
#5. आईपीएल में 5000 रन
इंडियन प्रीमियर लीग 2019 में एक मजेदार रिकॉर्ड बनने की संभावना है। एक दशक से भी ज्यादा समय से चल रहे आईपीएल में दो बल्लेबाज इस मुकाम पर आ पहुंचे है कि उन्हें अपने करियर में 5000 रन बनाने के लिए कुछ ही रनों की जरूरत है। इन दो खिलाड़ियों में एक नाम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली का भी है।
आईपीएल में सर्वाधिक रन चेन्नई सुपरकिंग्स के स्टार बल्लेबाज सुरेश रैना के है, जिन्होंने 172 पारियों में 4985 रन बनाये है। दूसरे स्थान पर बिराजमान आरसीबी के कप्तान विराट ने केवल 155 पारियों में 38.35 की औसत और 130.76 के स्ट्राइक रेट से 4948 रन बना दिये है।
रैना और विराट को आईपीएल करियर में 5000 रन पूरा करने के लिए क्रमशः 15 और 52 रनों की आवश्यकता है। दोनों बल्लेबाज के पास सबसे पहले 5000 रन बनाकर इतिहास रचने का बेहतरीन अवसर है जिन्हें वे किसी भी कीमत पर गंवाना नहीं चाहेंगे।