खराब मौसम, अचानक से किसी के मौत की खबर, क्राउड की वजह से खलल या फिर खिलाड़ियों में बहस से क्रिकेट मैच को बीच में ही रोकना पड़ा और यहाँ तक कि कभी- कभी इसी कारण से मैच को रद्द भी करना पड़ा। ऐसा ही एक बार ढाका प्रीमियर लीग के एक मैच में देखने को मिला था। हालांकि इस लीग को हमेशा ही उस शर्मनाक हादसे के लिए याद किया जाएगा, जोकि प्राइम डोलेश्वर स्पोर्टिंग क्लब और अबहामी लिमिटिड के बीच मुक़ाबले के 16वें ओवर के दौरान हुआ।
सक्केन साजिब की गेंद पर रकीबुल हसन के खिलाफ जबरदस्त अपील करी गई, जिसे अंपायर सोहेल ने नकार दिया। उसके बाद अबहामी टीम के सारे खिलाड़ी टीम के कप्तान तमीम इकबाल और क्राउड ने मिलकर उस फैसले का विरोध करना शुरू कर दिया, जो उन्हें गलत लगा। क्राउड की तरफ से अंपायर्स के लिए अपशब्दों का उपयोग होने लगा, उसके बाद दोनों अंपायरों ने मैच रेफरी मोंटू दत्ता से बात करकर मैदान से बाहर जाना ही अच्छा समझा।
ऐसे हादसे क्रिकेट मैदान में बहुत बार हुए हैं। आइये नज़र डालते हैं, ऐसे ही कुछ हादसों पर:
# मधुमक्खी का हमला
क्रिकेट मैदान में मच्छरों का हमला तो होता रहता है, लेकिन सबसे ज्यादा खतरनाक होता है मधुमक्खियों का हमला। 1981 में एक स्टेट लेवल मैच के दौरान मधुमाखियों के हमले के कारण मैच को रद्द करना पड़ गया।
बैंगलोर में एक क्रिकेट मैच के दौरान बच्चों द्वारा पत्थरबाजी के कारण 100 से ऊपर मधुमक्खी मैदान में आ गई और मैच को रोकना पड़ गया। उसके बाद 6 प्लेयर्स और अंपायर को हॉस्पिटल ले जाना पड़ा ट्रीटमेंट के लिए।
साल 2007 में इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच टेस्ट मैच के दौरान हिस्ट्री एक बार फिर रिपीट हुई। कैंडी के मैदान में आसमान में मधुमक्खियों का झुंड सा था। अंपायर जोकि मधुमक्खियों के खतरे को जानते थे, इसलिए वो मैदान में लेट गए और खिलाड़ियों ने भी वही किया। उसके बाद बहुत देर तक मैच को रोका गया।
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