5 ऐसे अजीब हादसे जिसकी वजह से क्रिकेट मैच को बीच में ही रोकना पड़ा

1996 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में क्राउड के कारण मैच को रोकना पड़ गया था
1996 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में क्राउड के कारण मैच को रोकना पड़ गया था

खराब मौसम, अचानक से किसी के मौत की खबर, क्राउड की वजह से खलल या फिर खिलाड़ियों में बहस से क्रिकेट मैच को बीच में ही रोकना पड़ा और यहाँ तक कि कभी- कभी इसी कारण से मैच को रद्द भी करना पड़ा। ऐसा ही एक बार ढाका प्रीमियर लीग के एक मैच में देखने को मिला था। हालांकि इस लीग को हमेशा ही उस शर्मनाक हादसे के लिए याद किया जाएगा, जोकि प्राइम डोलेश्वर स्पोर्टिंग क्लब और अबहामी लिमिटिड के बीच मुक़ाबले के 16वें ओवर के दौरान हुआ।

सक्केन साजिब की गेंद पर रकीबुल हसन के खिलाफ जबरदस्त अपील करी गई, जिसे अंपायर सोहेल ने नकार दिया। उसके बाद अबहामी टीम के सारे खिलाड़ी टीम के कप्तान तमीम इकबाल और क्राउड ने मिलकर उस फैसले का विरोध करना शुरू कर दिया, जो उन्हें गलत लगा। क्राउड की तरफ से अंपायर्स के लिए अपशब्दों का उपयोग होने लगा, उसके बाद दोनों अंपायरों ने मैच रेफरी मोंटू दत्ता से बात करकर मैदान से बाहर जाना ही अच्छा समझा।

ऐसे हादसे क्रिकेट मैदान में बहुत बार हुए हैं। आइये नज़र डालते हैं, ऐसे ही कुछ हादसों पर:

# मधुमक्खी का हमला

मधुमक्खी के हमले कारण मैच को रोका गया
मधुमक्खी के हमले कारण मैच को रोका गया

क्रिकेट मैदान में मच्छरों का हमला तो होता रहता है, लेकिन सबसे ज्यादा खतरनाक होता है मधुमक्खियों का हमला। 1981 में एक स्टेट लेवल मैच के दौरान मधुमाखियों के हमले के कारण मैच को रद्द करना पड़ गया।

बैंगलोर में एक क्रिकेट मैच के दौरान बच्चों द्वारा पत्थरबाजी के कारण 100 से ऊपर मधुमक्खी मैदान में आ गई और मैच को रोकना पड़ गया। उसके बाद 6 प्लेयर्स और अंपायर को हॉस्पिटल ले जाना पड़ा ट्रीटमेंट के लिए।

साल 2007 में इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच टेस्ट मैच के दौरान हिस्ट्री एक बार फिर रिपीट हुई। कैंडी के मैदान में आसमान में मधुमक्खियों का झुंड सा था। अंपायर जोकि मधुमक्खियों के खतरे को जानते थे, इसलिए वो मैदान में लेट गए और खिलाड़ियों ने भी वही किया। उसके बाद बहुत देर तक मैच को रोका गया।

यह भी पढ़ें: 3 मौके जब खिलाड़ियों का ओवर कॉन्फिडेंस उन पर भारी पड़ा

# मौत

phillip-hughes-1468943771-800

किंग की मौत

इंडियन टीम इंग्लैंड के साथ साल 1951-52 में चेन्नई में टेस्ट मैच खेल रही थी और उस वक़्त मेहमान टीम सीरीज में 1-0 से आगे थी। पहले दिन इंडिया ने 224 रन बनाए 5 विकेट गवाकर। जब तक दिन का खेल खत्म हुआ, तब तक किंग जॉर्ज की मौत की खबर आ चुकी थी, उसकी बाद अगला दिन किंग की याद के लिए रेस्ट डे रखा गया। उस टेस्ट को इंडिया की इंग्लैंड के खिलाफ पहली टेस्ट जीत के लिए भी याद किया जाता हैं।

प्राइम मिनिस्टर की मौत

साल 1984 में इंडिया ने पाकिस्तान का दौरा किया। सियालकोट में हुआ वनडे मोहिंदर अमरनाथ के लिए बड़े महत्वपूर्ण वनडे था, क्योंकि कप्तान के रूप में यह उनका पहला और आखिरी मैच था। उस दौरे को इन्दिरा गांधी की मौत के कारण रद्द कर दिया गया।

क्रिकेटर की मौत

न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान के बीच शारजाह टेस्ट का दूसरा दिन फिलिप हयूज की मौत के कारण रद्द कर दिया गया, हालांकि उसके बाद मैच में एक अतिरिक्त दिन जोड़ा गया।

# जानवर

merv-hughes-1468943977-800

सभी जानवरों में से डॉग को क्रिकेट मैदान में ज्यादा महत्व दिया जाता है। सबसे ज्यादा बार जब डॉग के कारण मैच को रोका गया हो, ऐसा इंडिया और श्रीलंका में सबसे ज्यादा बार होता है। हालांकि सबसे यादगार पल तो 1993 में ट्रेंट ब्रिज में एशेज़ टेस्ट के दौरान आया।

जब मर्व हयूज, मार्क लैथवेल को गेंद डालने वाले थे, तभी मोंगरेल ग्राउंड में आ गया। मर्व हयूज अपने घुटने पर आ गए और डॉग को जाने के लिए कहने लगे। सबसे हैरानी वाली बात तो यह थी कि डॉग मैदान से जाने भी लगा और उन्हें माइकल स्लेटर बाहर लेकर गए।

# वाइल्ड क्राउड

kolkata-1468944036-800

साल 1996 में कोलकाता के ईडन गार्डेन में मुक़ाबला हुआ भारत और श्रीलंका के बीच, इस रात को इंडियन क्रिकेट के लिए किसी शर्मनाक दिन से कम नहीं था। श्रीलंका के खिलाफ सेमीफ़ाइनल में भारतीय टीम मैच जीतने के लिए सबसे बड़ी दावेदार थी।

श्रीलंका की टीम ने 251 रन बनाए और भारतीय टीम ने अपने 8 विकेट 120 रन पर ही गंवा दिए। क्राउड से यह बात सहन नहीं हुई और उन्होंने मैदान में बौतले फ़ेंकनी शुरू कर दी और स्टैंड में आग लगा दी। उसके बाद मैच को वही रोक दिया गया और श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया गया।

# डेजर्ट स्टॉर्म

bea4a2ec955e9505eeb23a25dee_h498_w598_m2-1980461-1468944174-800

साल 1998 में कोका कोला कप में सचिन के तूफान को शायद ही कोई भूल सकता है। उस मैच में सचिन की तूफानी पारी की बीच ऐसी आँधी आई मैच को 15 मिनट तक रोकना पड़ा और उसके बाद भारतीय पारी को 50 ओवर से घटाकर 46 ओवरों का कर दिया गया। उस आँधी के बाद सचिन ने एक और शानदार शतक लगाया ।

Quick Links