टेस्ट मैचों में पहली पारी में 400 रन बनाना अच्छा माना जाता है क्योंकि ऐसे बहुत कम मौके होते हैं जब कोई टीम मैच अपनी पहली पारी में 400 या उससे अधिक रन बनाकर हारती हैं। बोर्ड पर एक विशाल स्कोर विपक्षी टीम पर दबाव बनाता है।
यह भी पढें: एकदिवसीय मैचों में खेली गई 6 बड़ी पारियां जो टीम को जीत नहीं दिला पाई
हालांकि क्रिकेट एक अनिश्चितताओं भरा खेल है। कभी-कभी ऐसा देखने को मिला है कि पहली पारी में बड़े स्कोर बनाने के बावजूद भी टीमों को हार का सामना करना पड़ा है। टेस्ट क्रिकेट इतिहास ऐसे 15 मौके भी आए हैं जब किसी टीम ने अपनी पहली पारी में 500 या इससे ज्यादा रन बनाए हैं और फिर भी टेस्ट मैच हार गई।
आइये देखें वह 5 मौके जब किसी टीम को अपनी पहली पारी में 500 से ज्यादा रन बनाने के बाद भी हार का सामना करना पड़ा।
5. बांग्लादेश, बनाम वेस्टइंडीज, ढाका,नवंबर 2012
वेस्टइंडीज के बांग्लादेश दौरे पर पहले टेस्ट में विंडीज ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। शिवनारायण चंद्रपॉल के दोहरे शतक और सलामी बल्लेबाज किरोन पावेल और विकेटकीपर दिनेश रामदीन के शतकों की मदद से वेस्टइंडीज ने 527 का स्कोर खड़ा किया।
जवाब में बांग्लादेश ने पहली पारी में 556 रन बनाए और 29 रन की बढ़त ली। बांग्लादेश की तरफ से नईम इस्लाम एकमात्र शतक लगाने वाले खिलाड़ी थे जबकि नासिर हुसैन, तमीम इकबाल, महमुदुल्लाह और शाकिब अल हसन ने अर्धशतक लगाए।
बांग्लादेश के बढ़त हासिल करने के बावजूद भी वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की और 273 रन बनाए। इस पारी में भी कीरोन पॉवेल ने शतक लगाया। बांग्लादेश के सामने 245 रनों का लक्ष्य रखा था लेकिन वेस्टइंडीज के टिनो बेस्ट और वीरमसामी परमाल के सामने के बांग्लादेश का कोई खिलाड़ी 30 का आंकड़ा पार नहीं कर सका और वेस्टइंडीज ने 77 रन से मैच जीत लिया।
4. ऑस्ट्रेलिया, बनाम भारत, एडिलेड, दिसम्बर 2003
रिकी पोंटिंग के दोहरे शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 556 का विशाल स्कोर बनाया। जवाब में भारत ने राहुल द्रविड़ के 233 रन और लक्ष्मण के 148 रन की मदद से 523 रन बनाये।
दूसरी पारी में भारत के अजित अगरकर ने 41 रन देकर 6 विकेट हासिल किये और ऑस्ट्रेलिया 196 पर सिमट गया। भारत ने 230 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए द्रविड़ के नाबाद 72 रन की पारी की मदद से चार विकेट से जीत हासिल कर ली।
3. पाकिस्तान, बनाम ऑस्ट्रेलिया, मेलबर्न, जनवरी 1973
पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने ग्रेग चैपल के शतक की मदद से 441 रन का स्कोर खड़ा किया। जवाब में पाकिस्तान ने सादिक मोहम्मद और माजिद खान के शतकों की मदद से 574 रन का स्कोर बनाया और 133 रन की बढ़त ले ली।
दूसरी पारी में पॉल शीहान और जॉन बेनॉड ने शतक बनाते हुए ऑस्ट्रेलिया को 425 रन तक पहुँचाया और पाकिस्तान के सामने 293 रनों का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करते हुए, ऑस्ट्रेलिया की शानदार गेंदबाजी के सामने पकिस्तान 200 रन पर ढेर हो गया।
2. ऑस्ट्रेलिया, बनाम इंग्लैंड, सिडनी, दिसम्बर 1884
ऑस्ट्रेलिया ने सईद ग्रेगरी के दोहरे शतक की मदद से अपनी पहली पारी में 586 रन बनाए। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजो ने भी गेंद से कमाल दिखाया इंग्लैंड को 325 रन पर ऑलआउट करके फॉलोऑन के लिए मजबूर किया।
अल्बर्ट वार्ड के शतक की बदौलत इंग्लैंड ने 437 रन बनाते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 177 रन का लक्ष्य रखा। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट के नुकसान पर 113 रन बना लिए थे लेकिन इसके बाद स्पिनर बॉबी पील ने 6 विकेट चटकाए और ऑस्ट्रेलिया को 10 रन से हार का सामना करना पड़ा।
1. बांग्लादेश, बनाम न्यूज़ीलैंड, वेलिंगटन, जनवरी 2017
पहली पारी में शाकिब के 217 रन और कप्तान रहीम के 159 रनों की मदद से बांग्लादेश ने 8 विकेट पर 595 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जवाब में न्यूजीलैंड ने टॉम लैथम के 177 रनों की मदद से 539 रन बनाए। कीवी गेंदबाजों ने दूसरी पारी में बांग्लादेश को 160 रन पर आउट कर दिया। न्यूजीलैंड को जीत के लिए 217 रनों की जरूरत थी। लक्ष्य का पीछा करते हुए कप्तान विलियमसन ने 89 गेंदों में शतक बनाते हुए न्यूज़ीलैंड को जीत दिला दी।