#2. उमेश यादव
उमेश यादव पिछले कुछ समय से टीम इंडिया की अंतिम एकादश का हिस्सा बनने में नाकाम रहे हैं और ज़्यादातर मैच उन्हें बाहर बैठ कर देखने पड़ेे हैं। 2018 में, उन्होंने भारत के लिए सिर्फ 14 मैच (5 टेस्ट, 4 वनडे और 5 टी-20) खेले, हालाँकि, वह घरेलू पिचों पर लाल गेंद के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ों में से एक माने जाते हैं लेकिन विदेशों में वह अपना प्रदर्शन दोहराने में असफल रहे हैं।
पिछले साल उन्होंने चार वनडे मैचों में इतने ही विकेट, जबकि पांच टी 20 में 8 विकेट हासिल किये हैं। हालांकि, आईपीएल में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में शानदार 20 विकेट लिए थे।
विंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ में खराब प्रदर्शन के बाद, उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था, हालांकि, वह रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर और सेमीफाइनल में मैच विनिंग प्रदर्शन कर फॉर्म में वापस लौट आये हैं। इसलिए, विश्व कप से पहले कुछ मैच खेलने का मौका मिलना चाहिए तांकि वह अपने प्रदर्शन के दम पर भारत की विश्व कप टीम में जगह बना पाएं।