#3 आईपीएल 2018 में गौतम गंभीर का ख़राब प्रदर्शन
टीम इंडिया में वापसी या जगह बनाने का वैसे तो सीधा दरवाज़ा इंडियन प्रीमियर लीग को नहीं कहा जा सकता, क्योंकि आज भी सबसे प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफ़ी और विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी ही है। लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग के आगमन के बाद से टीम इंडिया में आने का शॉर्ट कर्ट इसे ज़रूर कहा जा सकता है। आशीष नेहरा से लेकर सुरैश रैना तक ने जहां आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के दम पर ही टीम इंडिया में वापसी की है, तो हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह जैसे युवा खिलाड़ी भी इसी टूर्नामेंट के ज़रिए आज भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार हैं।
गौतम गंभीर के पास भी आईपीएल के ज़रिए टीम इंडिया की जर्सी दोबारा पाने का एक मौक़ा ज़रूर था, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग के पिछले सीज़न में उन्होंने इसे ज़ाया कर दिया। अपनी घरेलू टीम के साथ वापसी करते हुए गंभीर ने दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए शानदार आग़ाज़ तो ज़रूर किया था जब उन्होंने किंग्स-XI पंजाब के ख़िलाफ़ 55 रन की पारी खेली थी। पर इसके बाद उनका बल्ला ऐसा ख़ामोश हुआ कि उन्होंने 5 मैचों में सिर्फ़ 85 रन बनाए जिसमें अर्धशतकीय पारी को छोड़ दें तो गंभीर कभी भी दोहरे अंक में भी नहीं पहुंचे।
गंभीर ने बीच सत्र में ही दिल्ली की कप्तानी भी छोड़ दी थी और फिर अंतिम एकादश का हिस्सा भी नहीं रहे, दिल्ली डेयरडेविल्स ने आईपीएल 2019 की नीलामी से पहले उन्हें टीम से रिलीज़ भी कर दिया था।