आईपीएल का 12वां सीजन खत्म हो चुका है और इस सीजन में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई इडिंयंस ने रिकॉर्ड चौथी बार आईपीएल की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है। आईपीएल के 12वें सीजन का फाइनल मैच 12 मई को हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेला गया था। जिसमें मुंबई इंडियंस ने चेन्नई की टीम के सामने 150 रनों का लक्ष्य रखा था। जिसे देख यह अनुमान लगाया जा रहा था कि इस लक्ष्य को चेन्नई की टीम आसानी से पार कर लेगी, हालांकि ऐसा हुआ नहीं।
लेकिन आज हम एक कप्तान के रूप में रोहित शर्मा और विराट कोहली की तुलना करेंगे। आईपीएल में शामिल आठों टीम में कप्तान विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को काफी मजबूत टीम समझा जाता है लेकिन यह टीम हर बार फ्लॉप शो करके बाहर हो जाती है। ऐसे में अगर यह कहा जाए कि कप्तानी के मामले में रोहित शर्मा, विराट कोहली से बेहतर हैं, तो कोई बड़ी बात नहीं होगी। क्योंकि मुंबई इंडिंयस की आईपीएल में रिकॉर्ड चौथी जीत ने इस बात को साबित भी कर दिया है।
आज हम आपको ऐसी ही पांच वजहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बल पर यह कहा जा सकता है कि रोहित शर्मा कप्तानी के मामले में विराट कोहली से बेहतर हैं। जानिए उन पांच कारणों के बारे में-
धोनी की तरह गंभीर कप्तानी
मुंबई इंडियंस आईपीएल के इतिहास में अभी तक चार बार ट्रॉफी जीत चुकी है और हर बार यह कारनामा उन्होंने रोहित शर्मा की कप्तानी में ही किया है। कमाल की बात तो ये है कि तीन बार रोहित शर्मा के सामने मैदान में कप्तान के तौर पर एमएस धोनी ही मौजूद थे। जिसके जरिए रोहित ने साबित कर दिया है कि वह कप्तानी के मामले में धोनी और विराट से बेहतर साबित होते हैं। रोहित की कप्तानी की खासियत यह है कि वह मैदान में धोनी की तरह ही शांत दिखते हैं और कैप्टन कूल की तरह ही निर्णय लेते हैं। भले ही उनकी टीम का कोई खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन न करे, फिर भी वह संयम में रहकर ही निर्णय लेना पसंद करते हैं। इस सीजन में इसके कई उदाहरण देखे गए हैं, जब उनके कुछ गेंदबाजों ने जमकर रन लुटाए लेकिन रोहित ने आपा नहीं खोया और कूल दिमाग से खेलते हुए मैच जीते।
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हर खिलाड़ी का पूरा उपयोग
कप्तान धोनी ने 2007 के आईसीसी टी20 विश्वकप के फाइनल मैच के अंतिम ओवर में पाकिस्तान के खिलाफ जोगिंदर शर्मा जैसे गेेंदबाज को गेंद थमा दी थी, और जोगिंदर शर्मा ने भी धोनी के भरोसे को कायम रखते हुए मिसबाह का विकेट लिया और भारत को जीत दिलाई थी। उसी तरह रोहित शर्मा भी अपने टीम के हर एक खिलाड़ी का बेहतर उपयोग करना जानते हैं। उन्हें पता था कि युवराज सिंह बेहतर स्ट्राइक रेट से रन नहीं बना सकते, इसलिए उन्होंने युवराज को पवेलियन में बैठाकर अन्य युवा खिलाड़ियों को मौका दिया। यही नहीं चेन्नई के साथ 12वें सीजन में खेले गए फाइनल मैच में भी उन्होंने लसिथ मलिंगा को अंतिम ओवर फेंकने दिया। जबकि मलिंगा के शुरुआती तीन ओवर काफी महंगे साबित हुए थे लेकिन मलिंगा ने भी रोहित की उम्मीदों को कायम रखते हुए मैच की अंतिम गेंद पर शार्दुल का विकेट चटकाया और मुंबई को एक बार फिर से चैंपियन बनाया।
मैदान पर आपसी सामंजस्य
विराट कोहली को आरसीबी या फिर भारतीय टीम की कप्तानी के दौरान अक्सर ही मैदान पर उग्र होते हुए देखा जा सकता है और शायद इसकी वजह से खिलाड़ी भी कभी-कभी अपना बेहतर प्रदर्शन करने से चूक जाता है लेकिन रोहित में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। चेन्नई के खिलाफ आईपीएल के 12वें सीजन में भले ही लसिथ मलिंगा ने जमकर रन पिटाए और मैच के 18वें ओवर में भी क्रुणाल पांड्या ने भी 20 रन लुटाए और मुंबई की जीत पर संकट खड़ा किया लेकिन फिर भी रोहित ने शांत दिमाग से काम लिया और खिलाड़ियों में एकता की भावना बनाए रखने का काम किया। यही वजह है कि मुंबई की टीम एक बार फिर से चौथी बार चैंपियन बनी। इसका एकमात्र श्रेय इस टीम के कप्तान रोहित शर्मा को ही जाता है।
चौथी बार बनी चैंपियन
मुंबई इंडियंस पहली बार 2010 के आईपीएल में फाइनल मैच में पहुंचने में कामयाब हुई थी लेकिन चेन्नई के हाथों उसे हार का सामना करना पड़ा। उस दौरान टीम की कमान सचिन तेंदुलकर के पास थी। इसके बाद 2013 में फिर से मुंबई की टीम फाइनल में पहुंची और उस समय रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम ने चेन्नई सुपरकिंग्स को एक कड़ा मुकाबला देते हुए हराया और पहली बार चैंपियन बनने का स्वाद चखा। इसके बाद रोहित ने अपनी कप्तानी में टीम को तीन बार 2015, 2017 और 2019 में आईपीएल का चैंपियन बनाया। जबकि आरसीबी की कमान विराट कोहली के हाथों में देने के बाद भी इसका कोई असर देखने को नहीं मिला। विराट की कप्तानी में भी आरसीबी का प्रदर्शन नहीं सुधर सका।
विराट का फ्लॉप शो
इसमें कोई शक नहीं कि विराट कोहली दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं लेकिन बात करें उनकी कप्तानी प्रतिभा की, तो इसमें शायद वह रोहित शर्मा से काफी पीछे नजर आते हैं। उनकी टीम इस बार के सीजन में 14 मैचों में मात्र 5 मैच ही जीत सकी और बेकार रन रेट के साथ आईपीएल की अंक तालिका में सबसे नीचे रही। आलम यह रहा कि विराट कोहली की खराब कप्तानी की वजह से आरसीबी अपने शुरुआती 10 मुकाबलों में मात्र 3 ही जीत सकी और उसके बाद उसे 2 मैचों में जीत हासिल हुई। ऐसे में एक तरफ जहां विराट कोहली का फ्लॉप शो जारी था, तो वहीं मुंबई इंडियंस ने अपनी जीत की राह को लगातार बनाए रखा और अंक तालिका में 18 अंकों और बेहतर रन रेट के साथ पहले नंबर पर रही और इस सीजन का खिताब भी अपने नाम किया।