5 कारण जो आज भी एम एस धोनी को टीम इंडिया की ज़रूरत मानते हैं

पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास पर पिछले काफी समय से चर्चा जारी है। एम एस धोनी अभी भी टीम इंडिया की ज़रूरत हैं, और य इसकी वजह हैं एम एस की पांच बड़ी बातें जिनसे यह साबित होता है कि भारतीय टीम के लिए अभी भी धोनी ज़रूरत से ज़्यादा हैं। धोनी एक फिनिशर, विकेट के पीछे बिजली की रफ्तार वाले शानदार विकेटकीपर और मध्यक्रम बल्लेबाजी की धुरी जैसी कई विशेषताएं रखते हैं। हम जिन खासियतों के बारे में बात कर रहे हैं, उनमें वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के फेहरिस्त में शुमार होते हैं। आइए जानते हैं उन 5 अहम वजहों के बारे में, जिनके मुताबिक, टीम इंडिया को धोनी की खास जरूरत हैः

Ad

#1 धोनी हैं टीम इंडिया के पर्सनल 'थर्ड अंपायर'

हमने पढ़ा है कि अर्जुन का निशाना कभी नहीं चूकता था, कुछ ऐसी ही खासियत है धोनी की। फील्ड अंपायर के फैसले को सफल चुनौती देने का रिकॉर्ड धोनी के नाम पर ही है। धोनी एक बेहद समझदार खिलाड़ी हैं और रणनीति तैयार करने में बेजोड़ हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट हो या फिर आईपीएल, मैदान पर धोनी की रणनीति लगभग हर बार सफल ही हुई है। कई बार तो ऐसा लगता है, जैसे धोनी परोक्ष रूप से अपनी टीम और विरोधी टीम, दोनों ही के रवैये को नियंत्रित कर रहे हैं। सही समय पर सही फैसला, किसी भी खेल को जीतने के लिए यह विशेषता होना बेहद जरूरी है। धोनी को देखकर, ऐसा लगता है कि उन्होंने ही इस विशेषता को इजाद किया हो। इसे भी पढ़ें: IPL 2018: महेंद्र सिंह धोनी ने कहा हम रविचंद्रन अश्विन को टीम में लाने की पूरी कोशिश करेंगे

#2 विपरीत परिस्थितियों में बेहतरीन प्रदर्शन

धोनी के संदर्भ में ऐसा कहा जा सकता है कि मैदान पर जितना दबाव हो, धोनी उतना ही बेहतर प्रदर्शन करते हैं। शायद इसलिए ही धोनी को 'कैप्टन कूल' कहा जाता था। उनका यह रवैया हमारे युवा खिलाड़ियों के लिए मिसाल है और वह खुद मार्गदर्शक। धोनी का बेतहाशा अनुभव और खेल की पेचीदगी पर पकड़, दोनों ही की जरूरत भारतीय टीम को 2019 के विश्व कप में पड़ेगी। आंकड़े बताते हैं कि ऊपरी बल्लेबाजी क्रम के नाकाम होने पर धोनी जिम्मेदार पारी खेलने में कितने सक्षम हैं। श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, हाल ही में खत्म हुईं सीरीजों में धोनी ने इस बात को फिर से साबित कर दिखाया। धोनी की बल्लेबाजी का तरीका, मैच की परिस्थिति के हिसाब से निर्धारित होता है। 2018 में भारत को कई विदेशी दौरे करने हैं और टीम को धोनी की जरूरत पड़ेगी।

#3 विकेट के पीछे धोनी का 'जादू'

उम्र की दुहाई देकर धोनी पर सवाल उठाने वालों को विकेट के पीछे धोनी की फुर्ती देखनी चाहिए। धोनी को भारत ही नहीं दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में से एक कहा जा सकता है। बतौर विकेटकीपर-बल्लेबाज, धोनी एक वनडे पारी में सर्वाधिक रन (183) बनाने वाले खिलाड़ी हैं। धोनी जब स्टम्पिंग करते हैं तो ऐसा लगता है कि इसमें बल्लेबाज के हाथ में तो कुछ था ही नहीं। धोनी ने तय किया और वह आउट हो गए। अंतरराष्ट्रीय मैचों में धोनी के नाम पर सर्वाधिक स्टम्पिंग्स (150) दर्ज हैं। अश्विन, जडेजा और चहल जैसे स्पिनर्स के लिए धोनी बेहद मददगार साबित होते हैं।

#4 मैदान पर विराट कोहली के लिए सबसे उम्दा सलाहकार

मैच के दौरान, हर परिस्थिति के लिए धोनी के पास एक खास प्लान होता है। मैच को देखने का धोनी का नजरिया, भारतीय टीम और हालिया कप्तान के लिए कीमती है। बतौर कप्तान, आमतौर पर विराट कोहली को, टीम के आक्रामक नेता के रूप में देखा जाता है। वहीं दूसरी ओर धोनी, गजब का धैर्य और दबाव में भी शांत रहने की असाधारण क्षमता रखते हैं। धोनी की सोहबत में कोहली के पास संतुलन बनाने का बेहतर मौका है। ज्यादातर मैचों में खेल के दौरान किसी भी बदलाव के लिए कोहली, धोनी से मशवरा लेते नजर आए हैं।

#5 बेहतर होती बल्लेबाज़ी

करियर के शुरूआती दौर की अपेक्षा धोनी और भी ज्यादा भरोसेमंद बल्लेबाज के रूप में उभरकर सामने आए हैं। पिछले कुछ सालों में धोनी ने बल्लेबाजी के अपने रवैये को बदला है। शुरूआत में धोनी को अच्छे फिनिशर और हिटर के तौर पर देखा जाता था, लेकिन समय के साथ-साथ धोनी ने अपने खेल में स्थायित्व को बढ़ावा दिया है। लेखकः भारद्वाज ऐथिराज अनुवादकः देवान्श अवस्थी

Edited by Staff Editor
Sportskeeda logo
Close menu
Cricket
Cricket
WWE
WWE
Free Fire
Free Fire
Kabaddi
Kabaddi
Other Sports
Other Sports
bell-icon Manage notifications