#3. जब ट्रेवर चैपल ने अंडरआर्म गेंदबाजी की
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए एक मैच में, कीवी टीम को जीत के लिए अंतिम गेंद में 7 रनों की ज़रूरत थी। तो ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की जीत पक्की थी या फिर आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर मैच को टाई किया जा सकता था।
हालांकि आखिरी गेंद पर छक्का लगने की संभावना लगभग ना के बराबर थी फिर भी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ग्रेग चैपल कोई रिस्क नहीं लेना चाहते थे। तो उस समय गेंदबाज़ी कर रहे ट्रेवर चैपल जो कि ग्रेग के भाई थे, को उन्होंने अंडरआर्म गेंद करने के लिए कहा क्योंकि ऐसी स्थिति में छक्का लगाना मुमकिन नहीं था।
उस समय अंडरआर्म बॉलिंग के बारे में कोई नियम नहीं था इसलिए अंपायरों ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच तो जीत लिया लेकिन कप्तान चैपल की यह हरकत क्रिकेट इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में याद की जाएगी।