भले ही क्रिकेट को हमेशा भद्रपुरुषों का खेल मन जाता रहा है लेकिन, क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे मौके आये हैं जब हमने खिलाड़ियों को मैदान पर एक दूसरे को गालियां निकलते अथवा अभद्र भाषा का प्रयोग करते देखा है। मैदान पर होने वाली ऐसी घटनाएं भद्रपुरुषों के इस खेल में एक काले धब्बे की तरह हैं। क्रिकेट में स्लेजिंग की घटनाएं तो आम हैं लेकिन इसके अलावा भी कई खिलाड़ियों पर उनके अभद्र व्यवहार के कारण जुर्माना लग चुका है।
अफसोस की बात यह है कि इनमें कुछ भारतीय खिलाड़ी भी शामिल हैं। तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे पांच भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने मैदान पर अभद्र व्यवहार किया:
1. जब आशीष नेहरा ने धोनी को कहे अपशब्द
भारत और पाकिस्तान के बीच मैच हमेशा तनावपूर्ण रहता है और दोनों टीमों के खिलाड़ियों पर हर हाल में जीतने का दवाब होता है, ऐसे में किसी खिलाड़ी द्वारा की गई एक भी गलती पूरी टीम को भारी पड़ सकती है। ऐसा ही कुछ हुआ 2005 में भारत और पाकिस्तान के दरमियान खेले गए एक वनडे मैच में।
मैच में उस समय पाकिस्तानी सलामी जोड़ी क्रीज़ पर थी और भारतीय तेज़ गेंदबाज़ आशीष नेहरा गेंदबाज़ी कर रहे थे। नेहरा की ऑफ-स्टंप से बाहर जाती एक गेंद पर अफरीदी ने अपना बल्ला अड़ाया और गेंद विकेटकीपर एमएस धोनी और पहली स्लिप पर खड़े राहुल द्रविड़ के बीच में से निकलती हुई सीमा-रेखा से बाहर चली गई।
धोनी उस समय टीम में नए थे और उन्हें नेहरा के गुस्से का शिकार होना पड़ा। हालांकि यह कैच काफी मुश्किल था और धोनी ने इसे पकड़ने की कोशिश की थी लेकिन फिर भी आशीष नेहरा काफी क्रोधित थे। सबसे दिलचस्प बात यह है कि नेहरा ने जो धोनी को अपशब्द कहे थे उसे स्टंप माइक से सुना जा सकता था।
4. जब वीवीएस लक्ष्मण ने प्रज्ञान ओझा को सुनाई खरी-खोटी
वीवीएस लक्ष्मण को हमेशा मैदान पर अपने शांत और धैर्यपूर्ण रवैये के लिए जाना जाता है। फिर भी वह एक घटना की वजह से इस सूची में शामिल हैं। 2010 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए टेस्ट मैच में उनकी अपने साथी खिलाड़ी प्रग्यान ओझा से कहा-सुनी हो गई थी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लक्ष्मण ने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है और उन्होंने भारतीय टीम को अकेले दम पर कई मैच जिताये हैं। अक्टूबर, 2010 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम को जीत के लिए सिर्फ 6 रनों की दरकार थी और आखिरी जोड़ी मैदान पर थी। इस मैच में लक्ष्मण पीठ दर्द के बावजूद क्रीज़ पर टिके हुए थे।
इस दौरान वीवीएस ने मिड ऑफ में एक शॉट खेला जो सीधे फील्डर के हाथ में गया, इस पर ओझा ने बिना लक्ष्मण की सहमती से दौड़ना शुरू कर दिया और वापिस भेजने पर ओझा बड़ी मुश्किल से अपनी क्रीज़ तक पहुंचे। ओझा की इस हरकत ने लक्ष्मण को क्रोधित कर दिया और उन्होंने ओझा को खूब खरी-कोटी सुनाई।
आखिर में, भारत ने इस रोमांचक मैच में विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को एक विकेट से हराकर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। जीतने के बाद सारे गिले-शिकवे भूलकर लक्ष्मण ने ओझा को गले लगा लिया।
3. जब रोहित शर्मा और प्रवीण कुमार ने भारतीय प्रशंसकों को दिया करारा जवाब
यह घटना तब हुई जब अपने करियर के शुरुआती दिनों में रोहित शर्मा और तेज़ गेंदबाज़ प्रवीण कुमार भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की के लिए संघर्षरत थे। एक मैच से पहले दोनों खिलाड़ी मैदान पर अभ्यास कर रहे थे।
इस अभ्यास सत्र के दौरान उनकी कुछ भारतीय प्रशंसकों के साथ तू तू-मैं मैं हुई थी। दरअसल, टीम इंडिया के अभ्यास सत्र के दौरान कुछ क्रिकेट प्रशंसकों ने रोहित शर्मा पर तंज़ कसा था, जिस पर रोहित को गुस्सा आ गया और उन्होंने प्रशंसकों को खूब खरी-खोटी सुनाई। इसके बाद प्रवीण भी वहां आ गए और उन्होंने क्रिकेट प्रशंसकों को कुछ अपशब्द भी कहे। यह घटना कैमरे में कैद हुई और काफी दिनों तक इस अप्रिय घटना को टीवी चैनलों पर चलाया गया। हालाँकि, इसके बाद भारतीय टीम के किसी भी खिलाड़ी के साथ कभी ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना नहीं हुई।
2. जब मनीष पांडे पर बरसे एमएस धोनी
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को 'कैप्टन कूल' के नाम से जाना जाता था क्योंकि वह मैदान पर अपने शांत रवैये के लिए जाने जाते हैं। लेकिन, शायद उनके करियर में यह एकमात्र ऐसी घटना थी जिसमें दुनिया ने पहली बार धोनी का दूसरा रूप देखा।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक टी-20 मैच में धोनी और पांडे की जोड़ी पर टीम को जीत दिलाने का दारोमदार था। उस समय मनीष पांडे अर्धशतक बनाकर खेल रहे थे। इसके बावजूद विकेटों के बीच उन्हें दौड़ लगाने में परेशानी हो रही थी। इस दौरान जब मैच के कुछ ही ओवर बचे थे, धोनी ने मिड विकेट पर शॉट खेलकर एक रन लेने की कोशिश की लेकिन पांडे का ध्यान उन पर होने की बजाय गेंद पर था और ना चाहते हुए भी धोनी को वापस मुड़ना पड़ा। इससे धोनी का गुस्सा होना स्वाभाविक था। ओवर खत्म होने पर उन्होंने पांडे को खूब लताड़ लगाई।
1. जब विराट कोहली ने दर्शकों को दिखाई मिडिल फिंगर
2012 में विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया का अपना पहला दौरा किया था। कोहली टीम में नए थे और ऑस्ट्रेलिआई पिचों पर उन्हें खेलने में मुश्किल हो रही थी। इसके अलावा उनके आक्रामक व्यवहार की भी दुनिया भर में काफी आलोचना होती थी।
इस दौरे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में जब कोहली सीमा-रेखा पर फील्डिंग कर रहे थे, तब ऑस्ट्रेलिआई प्रशंसकों ने उनके आक्रमक रवैये के लिए उन पर तंज़ कसने शुरू कर दिए। कुछ देर तक कोहली यह सब सुनते रहे लेकिन आखिर में उनके सब्र का बाँध टूट गया और उन्होंने मैच देख रहे दर्शकों को अपनी मिडिल फिंगर दिखाई।
दुर्भाग्यवश, यह सब कैमरे में कैद हो गया और इस घटना की काफी आलोचना हुई थी और ऑस्ट्रेलिया के अख़बारों में यह सुर्खी बनी थी। अपने अशिष्ट व्यवहार के लिए कोहली को अपनी मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना देना पड़ा था।