क्रिकेट भी किसी रोमांटिक लव स्टोरी से कम नहीं होता, और ख़ासकर अगर हम वर्ल्ड कप की बात करें तो। इस खेल के दौरान एक छोटे से वक़्त में ख़ुशी और दिल टूटने की घटना दोनों ही देखी जा सकती है। क्रिकेट के फ़ैंस इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि ये खेल अनिश्चितताओं से भरा हुआ है। एक फ़िल्म की तरह इसमें में काफ़ी उतार चढ़ाव देखने को मिलता है। कई बार ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जिसकी किसी को उम्मीद नहीं होती है।
कहा जाता है कि रिकॉर्ड बनते ही हैं टूटने के लिए, लेकिन वर्ल्ड कप के कुछ रिकॉर्ड ऐसे भी हैं जिन्हें तोड़ना लगभग नामुमकिन हैं। साल 1968 के ओलंपिक में बॉब बीमन ने लंबी कूद का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था जो करीब 23 साल तक नहीं टूट पाया। हांलाकि माइक पॉवेल ने साल 1991 में लंबी कूद का नया रिकॉर्ड बनाया, लेकिन ओलंपिक गेम्स में बीमन का रिकॉर्ड आज तक बरकरार है।
कुछ रिकॉर्ड ऐसे होते हैं जिन्हें तोड़ने के लिए किस्मत का साथ होना बहुत ज़रूरी है। यहां हम आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड के 5 ऐसे रिकॉर्ड की चर्चा कर रहे हैं जो दिखने में नामुमकिन से लगते हैं और उन्हें तोड़ पाना किसी भी क्रिकेटर के लिए बेहद मुश्किल है।
#5 वर्ल्ड कप में सबसे ज़्यादा 50+ रन - सचिन तेंदुलकर
जब भी बल्लेबाज़ी के रिकॉर्ड्स की बात आती है ज़ुबां पर सिर्फ़ एक खिलाड़ी का नाम आता है, वो हैं सचिन तेंदुलकर। वो हुनर और शालीनता की जीती जागती मिसाल हैं। सचिन जैसा बन पाना किसी के लिए आसान नहीं है। आईसीसी वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर ने 21 बार 50 से ज़्यादा रन का आंकड़ा पार किया है। अगर साल 2007 के वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की दुर्दशा नहीं होती तो ये रिकॉर्ड और बेहतर होता।
सचिन ने एक वर्ल्ड कप में सबसे ज़्यादा रन का रिकॉर्ड भी बनाया है। साल 2003 के विश्व कप में उन्होंने 673 रन बनाए थे। सचिन ने 6 वर्ल्ड कप में कुल 2278 रन बनाए हैं जो कि एक रिकॉर्ड है। इस दौरान सचिन ने 15 शतक और 6 अर्धशतक लगाए हैं। रिकी पोंटिंग ही ऐसे खिलाड़ी हैं जो सचिन के करीब आ सकते थे, लेकिन उन्होंने वर्ल्ड कप में महज़ 11 बार 50 से ज़्यादा रन बनाए थे।
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#4 वर्ल्ड कप में सबसे ज़्यादा विकेट- ग्लेन मैक्ग्रा
वर्ल्ड कप इतिहास में 2 ही विशेषज्ञ गेंदबाज़ हैं जिन्होंने 5 बार आईसीसी वर्ल्ड कप खेला है, वो हैं वसीम अकरम और मुथैया मुरलीधरन। डेनियल वेटोरी भी 5 आईसीसी वर्ल्ड कप के दौरान कीवी टीम में थे, लेकिन साल 1999 के वर्ल्ड कप में वो कई मैच में अतिरिक्त खिलाड़ी बने थे। अगर कोई गेंदबाज़ 5 वर्ल्ड कप खेले फिर भी ग्लेन मैक्ग्रा के सबसे ज़्यादा विकेट के रिकॉर्ड के करीब पहुंचने के लिए उसे हर वर्ल्ड कप में 14 विकेट लेने होंगे।
ग्लेन मैक्ग्रा ने 4 बार आईसीसी वर्ल्ड कप खेला है और उन्होंने 71 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान उनका औसत 20 से कम और इकॉनमी रेट 4 से नीचे था। मुथैया मुरलीधरन ने आईसीसी वर्ल्ड कप में कुल 68 विकेट हासिल किए थे, लेकिन मैक्ग्रा का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाए। अगर कोई भी गेंदबाज़ 4 वर्ल्ड कप खेले, तो उसे मैक्ग्रा का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए हर वर्ल्ड कप में कम से कम 18 विकेट लेने होंगे। जो आज के दौर में बेहद मुश्किल है।
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#3 वर्ल्ड कप में बतौर कप्तान सबसे ज़्यादा जीत – रिकी पोंटिंग
ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग ने ने आईसीसी वर्ल्ड कप के 29 मैच में अपनी टीम के लिए कप्तानी की है जिसमें उन्होंने 26 बार जीत हासिल की है। इस तरह वर्ल्ड कप में रिकी की कप्तानी में कंगारुओं की जीत का प्रतिशत 92.85 है। रिकी के रिकॉर्ड के आसपास न्यूज़ीलैंड के ब्रैंडन मैक्कुलम और वेस्टइंडीज़ के क्लाइव लॉयड हैं जिनकी कप्तानी में उनकी टीम ने क्रमश: 88.88 और 88.23 फ़ीसदी मैच में जीत हासिल की है।
भारत के सौरव गांगुली और एमएस धोनी ने अपनी-अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को आईसीसी वर्ल्ड कप में 80 फ़ीसदी से ज़्यादा मैचों में जीत दिलाई है। गांगुली ने भारत को फ़ाइनल में पहुंचाया था और धोनी ने अपनी टीम को चैंपियन बनाया था। रिकी पोंटिंग के इस रिकॉर्ड को तोड़ना बेहद मुश्किल है, उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम साल 2003 और 2007 के वर्ल्ड कप में अपराजेय रही थी।
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#2 वर्ल्ड कप के दौरान फ़ुल स्पेल में सबसे किफ़ायती गेंदबाज़ी
ये रिकॉर्ड भारत के बिशन सिंह बेदी के नाम है, उन्होंने 1975 के आईसीसी वर्ल्ड कप में पूर्वी अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अपने 12 ओवर के स्पेल में महज़ 6 रन दिए थे। उस वक़्त 60 ओवर का वनडे मैच खेला जाता था। बेदी का ये रिकॉर्ड आज तक नहीं टूट पाया है। सर रिचर्ड हेडली ने 1975 के वर्ल्ड कप में 12 ओवर में 10 रन दिए थे। इंग्लैंड के क्रिस ओल्ड (1979 वर्ल्ड कप) और वेस्टइंडीज़ के कर्टली एम्ब्रोज़ (1999 वर्ल्ड कप) ने अपने-अपने स्पेल में 8 रन दिए थे, लेकिन बेदी के रिकॉर्ड की बराबरी नहीं कर पाए।
आज के दौर में जिस तरह से वनडे क्रिकेट खेला जा रहा है, जितने दमदार बल्लेबाज़ अब मौजूद हैं, ऐसे में बेदी का ये रिकॉर्ड तोड़ पाना नामुमकिन सा लग रहा है। आजकल पिच बल्लेबाज़ों के लिए बेहद मददगार है, ऐसे में किसी गेंदबाज़ के लिए 10 ओवर में 6 से कम रन लुटा पाना एक ख़्वाब के बराबर है। साल 1999 के वर्ल्ड कप के बाद सबसे किफ़ायती गेंदबाज़ जेसन गिलेस्पी रहे हैं जिन्होंने 2003 के वर्ल्ड कप में 10 ओवर में 13 रन देकर 3 विकेट हासिल किए थे।
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#1 वर्ल्ड कप में सबसे ज़्यादा रन – सचिन तेंदुलकर
जैसा कि हर एक क्रिकेट प्रेमी जानता है कि वनडे में बल्लेबाज़ी के ज़्यादातर रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर ने ही बनाए हैं। ऐसे में वर्ल्ड कप में सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी सचिन के ही नाम है। उन्होंने 1992 से लेकर 2011 तक सचिन ने 6 वर्ल्ड कप खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 44 पारियों में 56.95 की औसत से 2278 रन अपने नाम किए हैं। सचिन एकलौते ऐसे बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने वर्ल्ड कप में 2000 से ज़्यादा रन बनाए हैं।
सचिन के इस रिकॉर्ड को तोड़ना कितना मुश्किल है ये जानने के लिए हमें देखना होगा कि इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर कौन है। वर्ल्ड कप में सचिन के बाद ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग ने सबसे ज़्यादा रन (1743) बनाए हैं। तीसरे नंबर पर श्रीलंका के कुमार संगकारा हैं जिन्होंने 3 वर्ल्ड कप में 1532 रन बनाए हैं। कोई भी मौजूदा बल्लेबाज़ सचिन के इस रिकॉर्ड के आसपास नहीं हैं, ऐसे में इसे तोड़ना लगभग नामुमकिन है।
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