#2. पृथ्वी शॉ
अपनी बेजोड़ बल्लेबाज़ी तकनीक और कौशल की वजह से पृथ्वी शॉ की तुलना अकसर सचिन तेंदुलकर के साथ की जाती है। वेस्टइंडीज़ के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाकर उन्होंने इतिहास रच दिया था।
उन्हें भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया था लेकिन दुर्भाग्यवश टखने की चोट की वजह उन्हें टेस्ट सीरीज़ से बाहर होना पड़ा। पृथ्वी ने अभी तक अपने करियर में खेले 2 टेस्ट मैचों में 118.50 की शानदार औसत के साथ 237 रन बनाए हैं जो उनकी प्रतिभा को दर्शाता है।
पृथ्वी का प्रथम श्रेणी क्रिकेट में रिकॉर्ड असाधारण है और उन्होंने 18 मैचों में 60 से अधिक की औसत के साथ रन बनाए हैं जिनमें 8 शतक शामिल हैं।
पिछले साल उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को अंडर-19 विश्व कप का ख़िताब जिताया था। भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को उनसे भविष्य में सचिन की विरासत को आगे बढ़ाने की उम्मीद है।