#4 उन्मुक्त चंद
2012 के अंडर-19 विश्व कप के बाद, उन्मुक्त चंद एक सितारे के रूप में उभरे थे। एक समय उन्हें अगले कोहली के रूप में देखा जा रहा था, जब उन्होंने फाइनल में एक शतक बनाया। उसके बाद उन्हें आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट मिला था। हालांकि, चीज़ें इतनी तेज़ी से बदलीं की यह युवा कहीं खो सा गया।
वह आईपीएल में असफल रहे और घरेलू स्तर पर भी दिल्ली की ओर से सफलता नहीं पा सके। परिणामस्वरूप, वह बहुत जल्दी चर्चाओं से बाहर हो गए और भारत-ए के लिए भी वह चयन की दौड़ से बाहर हो गये। यहां तक कि उन्हें दिल्ली की टीम से भी बाहर कर दिया गया, जो उनके खराब फॉर्म को दर्शाता है। यहाँ तक कि आज भी दिल्ली की अंतिम एकादश में उनकी जगह की गारंटी नही है।
उनका ग्राफ उनके साथ के अंडर 19 साथियों जैसे हनुमा विहारी, संजू सैमसन और यहां तक कि मनन वोहरा से भी आगे था। हालाँकि अब वह काफी पिछड़ चुके हैं। ऐसे में उन्हें भारतीय टीम में जगह पाने के लिए अब किसी चमत्कार की आवश्यकता होगी क्योंकि वह आईपीएल में नहीं हैं और उन्होंने दिल्ली के लिए कुछ भी असाधारण नहीं किया है।