भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के लिए आज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) और इशान किशन (Ishan Kishan) ने टेस्ट फॉर्मेट में डेब्यू किया है। वेस्टइंडीज और भारत (WI vs IND) के बीच आज से डोमिनिका शहर में विंडसोर पार्क स्टेडियम में टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला शुरू हुआ। मैच से पहले टीम इंडिया (Team India) के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने यशस्वी जायसवाल के डेब्यू मैच को लेकर जानकारी दी थी, तो आज इशान किशन को भी टेस्ट मैच खेलने का पहली बार मौका मिला और दोनों लेफ्ट हैंडड बल्लेबाजों ने अपना पदार्पण किया। भारतीय टीम के लिए एक ही टेस्ट मैच में डेब्यू करने वाले खब्बू बल्लेबाजों में दोनों बल्लेबाज 5वें स्थान पर पहुँच गए हैं।
भारत के लिए इससे पहले 4 ऐसे मौके रहे जब एक ही टेस्ट मैच में दो भारतीय खब्बू बल्लेबाजों ने डेब्यू किया हो। इशान किशन और यशस्वी जायसवाल से पहले गुल मोहम्मद और अब्दुल हफ़ीज़ (1946), हीरालाल गायकवाड़ और न्यालचंद शाह (1952), अशोक गंडोत्रा और एकनाथ सोलकर (1969) एवं टी नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर (2021) ने टीम इंडिया के लिए साथ में डेब्यू किया था। टी नटराजन हालाँकि एक तेज गेंदबाज है लेकिन वह एक बाएं हाथ के बल्लेबाज है, इसलिए उन्हें इस लिस्ट में शामिल किया गया है।
मैं हमेशा से भारत के लिए टेस्ट खेलना चाहता था - यशस्वी जायसवाल
ऋतुराज गायकवाड़ से बीसीसीआई पॉडकास्ट पर बोलते हुए इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज सीरीज में खुद के चुने जाने पर खुशी जताई और कहा कि, 'टेस्ट क्रिकेट इस खेल का सबसे शुद्ध रूप है, और वे टीम का हिस्सा बन कर काफी आनंदित महसूस कर रहे है। जायसवाल ने कहा,
मैं काफी खुश था, मेरे लिए टेस्ट, क्रिकेट का सबसे शुद्ध रूप है। जब मैं बड़ा हो रहा था तो, मैं हमेशा से भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता था। जब मैंने सुना कि मैं भारतीय टीम का हिस्सा बनने वाला हूं, तो मैं काफी आनंदित हो गया। मैं हमेशा से टेस्ट और टी20 टीम में रहना चाहता था। तो, ये काफी सुखदायक है। लेकिन अब मेरी इच्छा है कि जब मुझे मौका मिला है, तो मैं अच्छा प्रदर्शन करूँ।