अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने देश की राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना हर युवा खिलाड़ी का पहला लक्ष्य होता है। राष्ट्रीय टीम में चुने जाने के लिए इन खिलाड़ियों को कई सारी चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है। अगर उस खिलाड़ी के आंकड़ें घरेलू क्रिकेट में शानदार रहते हैं तभी जाकर उसको अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू करने का अवसर मिलता है।
लेकिन आईपीएल के आने से कई सारे युवा खिलाड़ियों को भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला है। आईपीएल एक टी20 फॉर्मेट का टूर्नामेंट है ऐसे में इस लीग में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद कई खिलाड़ियों को भारत की टी20 टीम में आसानी से जगह मिली है। लेकिन आईपीएल में खेलना और अपने देश के लिए खेलना दोनों में बहुत ज्यादा अंतर है। जब आप टीम इंडिया से किसी टीम के खिलाफ खेलते हैं तो इस मैच में एक अलग ही दबाव खिलाड़ी के ऊपर होता है।
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लेकिन टी20 क्रिकेट में ऐसे कई भारतीय खिलाड़ी हुए हैं जिन्होनें इस दबाव को ही अपनी ताकत बनाया और अपने पहले ही मैच में शानदार प्रदर्शन भी किया। जिसका इनाम उनको मैन ऑफ द मैच के रूप में मैच के अंत में मिला। आज हम ऐसे ही 6 भारतीय खिलाड़ियों की बात करने वाले हैं जिन्होनें अपने पहले टी20 मैच में मैन ऑफ द मैच का ख़िताब जीता।
1. दिनेश कार्तिक
भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक डेब्यू टी20 मैच में मैन ऑफ द मैच चुने जाने वाले पहले खिलाड़ी हैं। कार्तिक ने अपने पहला टी20 मैच दिसंबर 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 126/9 रन बनाये।
127 रनों के लक्ष्य को टीम इंडिया ने 1 गेंद रहते ही हासिल कर लिया था। भारत की ओर से कार्तिक ने इस मैच में 28 गेंदों पर 31 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसके लिए उनको मैन ऑफ द मैच चुना गया।
2. प्रज्ञान ओझा
बांए हाथ के स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने अपने टी20 करियर में सिर्फ 6 मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 6.28 की शानदार इकॉनमी रेट से 10 विकेट अपने नाम किये।
अपने टी20 करियर में उनका सबसे शानदार प्रदर्शन बांग्लादेश के खिलाफ रहा, जिसमें उन्होंने 4 ओवरों में 21 रन देते हुए 4 विकेट चटकाए थे। ओझा की बेहतरीन गेंदबाजी के चलते भारत ने बांग्लादेश को इस मैच में 25 रनों से हराया था।
3. सुब्रमण्यम बद्रीनाथ
सुब्रमण्यम बद्रीनाथ भारत के उन खिलाड़ियों में से एक रहे हैं जिनका अन्तर्राष्ट्रीय करियर काफी छोटा रहा। ऑलराउंडर खिलाड़ी बद्रीनाथ ने भारत के लिए एकमात्र टी20 मुकाबला खेला था। ये मैच बद्रीनाथ ने 2011 में वेस्टइंडीज के विरुद्ध खेला।
इस मैच में भारत ने पहले खेलते हुए 20 ओवरों में 159/6 रन बनाए। भारत की ओर से बद्रीनाथ ने सबसे ज्यादा 43 रन बनाए थे। अपनी इस पारी में बद्रीनाथ ने 5 चौके भी जड़े थे। इस मुकाबले में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को 16 रनों से मात दी थी। मैच के अंत में बद्रीनाथ को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच मिला।
4. अक्षर पटेल
अक्षर पटेल को भारतीय टीम में जगह आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के बाद मिली थी। अक्षर ने अपने 4 साल के टी20 करियर में अबतक कुल 11 टी20 मुकाबले खेले हैं। अपना डेब्यू टी20 मैच अक्षर ने जुलाई 2015 में ज़िम्बाब्वे के विरुद्ध खेला।
इस मैच में अक्षर ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 4 ओवरों में 17 रन देते हुए 3 विकेट झटके थे। इस दौरान अक्षर को अपने स्पेल में सिर्फ एक चौका पड़ा था। अक्षर इस मैच के हीरो रहे थे, और भारत ने इस मैच में ज़िम्बाब्वे 54 रनों से शिकस्त दी थी।
5. बरिंदर सरन
हरियाणा के ऑलराउंडर खिलाड़ी बरिंदर सरन ने भारत के लिए वनडे (6) और टी20 (2) फॉर्मेट को मिलाकर कुल 8 मैच खेले हैं। ज़िम्बाब्वे के खिलाफ अपना टी20 (जून, 2016) डेब्यू करने वाले बरिंदर ने इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया था।
डेब्यू मैच में सरन ने ज़िम्बाब्वे के 4 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था। इस दौरान उन्होंने सिर्फ 10 रन खर्च किये थे। अपने टी20 करियर का आखरी मुकाबला भी सरन ने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ जून 2016 में खेला था।
6. नवदीप सैनी
तेज गेंदबाज नवदीप सैनी एक प्रतिभाशाली गेंदबाज हैं, जो इन दिनों न्यूजीलैंड दौरे पर गई भारतीय टी20 टीम का हिस्सा भी हैं। सैनी ने अपने टी20 करियर का आगाज पिछले साल अगस्त 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था।
अपने पहले ही मुकाबले में सैनी ने वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों की नाक में दम कर दिया था, और मैच में 4 डालते हुए 17 रन देकर 3 विकेट हासिल किये थे। इन चार ओवरों में से उनका एक ओवर मेडन था। सैनी की खतरनाक गेंदबाजी के आगे विंडीज बल्लेबाज बेबस नजर आ रहे थे, और पूरी टीम 95/9 रन ही बना पाई थी। टीम इंडिया ने इस मैच को 4 विकेटों से जीता था।