खेल और पढ़ाई दोनो साथ लेकर चलना हर किसके बस की बात नही होती। ज्यादातर पढ़ने वाले बच्चे खेलने में और खेलने वाले बच्चे पढ़ने में उतने अच्छे नही होते। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने भी दसवीं तक ही पढ़ाई की है। वहीं आधुनिक युग में भारत के दूसरे सबसे महान बल्लेबाज विराट कोहली ने भी दसवीं तक की ही पढ़ाई की है।
भारतीय क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी रहे हैं जो खेल के साथ साथ पढ़ाई में भी उतने ही काबिल रहे। आज हम ऐसे ही 6 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे जो इंजीनियरिंग ग्रेजुएट है।
6 भारतीय खिलाड़ी जो इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं
#6 अनिल कुंबले
भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल लेग स्पिनर गेंदबाज अनिल कुंबले भारत के अकेले ऐसे गेंदबाज जिन्होंने एक ही पारी में 10 विकेट का कारनामा किया है। बहुत कम लोगों को पता होगा कि अपनी फिरकी से बड़े बड़े बल्लेबाजों को आउट करने वाले अनिल कुंबले मैकेनिकल इंजीनियरिंग में BE के डिग्री धारक भी हैं। अपनी इंजीनियरिंग अनिल ने 1991-92 में राष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग बैंगलोर से की थी। कुंबले ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रखी और डिग्री हासिल करने के बाद खेल पर पूरी तरह से केंद्रित हो गए।
#5 रविचंद्रन अश्विन
भारतीय टीम के सबसे सफल स्पिन गेंदबाजों में से एक रवि अश्विन भी इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं।अश्विन ने SSN कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, चेन्नई से इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से B.Tech की डिग्री हासिल की। अपनी डिग्री हासिल करने के बाद बाकी इंजीनियर्स की तरह अश्विन ने भी नौकरी करने के लिए सॉफ्टवेयर कंपनी ज्वाइन की।
बहरहाल अश्विन ने ज्यादा वक्त न लेते हुए नौकरी छोड़ी और और आज वो दुनिया के सबसे सफल ऑफ स्पिनर में से एक हैं।
#4 जवागल श्रीनाथ
भारतीय क्रिकेट इतिहास के दिग्गज तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने 90 के दशक में भारतीय तेज गेंदबाजी की कमान संभाली थी। शायद ही किसी को पता होगा कि श्रीनाथ श्री जयचमराजेंद्र कालेज ऑफ इंजीनियरिंग मैसूर से इंस्ट्रूमेंटेशन टेक्नोलॉजी में BE की डिग्री धारक भी हैं।
जवागल अपने समय के सफल तेज गेंदबाजों ने से एक थे,उन्होंने अपने एकदिवसीय करियर में 229 मैच खेलकर 315 विकेट लिए थे।
#4 इरापल्ली प्रसन्ना
60–70 दशक के सफल स्पिनर्स में से एक प्रसन्ना भारतीय टीम में दाएं हाथ के ऑफ स्पिनर के रूप में शामिल हुए थे। भारतीय क्रिकेट के सितारे होने के साथ साथ प्रसन्ना एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट भी थे। प्रसन्ना ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मैसूर से इंजीनियरिंग की थी। प्रसन्ना ने अपने क्रिकेट करियर में 49 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 189 विकेट लिए।
#2 श्रीनिवासराघवन वेंकटराघवन
60 से 80 के दशक तक खेलने वाले वेंकटराघवन के बारे में कहा जाता है कि वो गलत दौर में भारतीय टीम में आए थे क्योंकि उस वक्त भारतीय टीम में स्पिन गेंदबाजों की भरमार थी। यही कारण है कि वेंकटराघवन लगभग 20 लम्बे करियर के बावजूद कम ही मुकाबले खेले।
वेंकटराघवन ने अपने करियर में 57 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 156 विकेट निकाले। वेंकटराघवन एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट भी थे,उन्होंने चेन्नई के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन की थी।
#1 कृष्णमाचारी श्रीकांत
1983 विश्वकप टीम का हिस्सा रहे भारत के विस्फोटक ओपनिंग बल्लेबाज श्रीकांत ने भी उसी कॉलेज जहाँ से वेंकटराघवन ने इंजीनियरिंग की थी। उन्होंने कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग चेन्नई से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की थी। श्रीकांत एक विस्फोटक ओपनर बल्लेबाज थे, उन्होंने अपने करियर में 146 वनडे और 43 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने क्रमशः 4091 और 2062 रन बनाए हैं।