क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो भारत में काफी पसंद किया जाता है। किसी भी देश के युवा खिलाड़ी का सबसे बड़ा सपना यही होता है कि वो एक दिन अपने देश की टीम की ओर से खेले। लेकिन इसके लिए उसको सालों तक कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, तब जाकर अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में एक खिलाड़ी अपना डेब्यू कर पाता है।
वहीं कुछ ऐसे बदकिस्मत खिलाड़ी भी होते हैं जिनको अपने करियर में कभी अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका नहीं मिल पता है। मौका मिलने वाले खिलाड़ियों को भी टीम में जगह पक्की करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है और लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहना होता है। इस दौरान वो कई बार टीम से अंदर-बाहर भी होते रहते हैं।
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आज इस आर्टिकल में हम ऐसे 6 खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे जिनको भारत की ओर से सिर्फ एक वनडे मैच खेलने का अवसर मिला। उसके बाद कभी भी उनकी टीम में वापसी नहीं हो पाई।
1. भागवत चंद्रशेखर
भागवत चंद्रशेखर भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ियों में एक रहे हैं, जिनके टेस्ट करियर में गेंदबाजी के आंकड़ें देखने लायक हैं। चंद्रशेखर ने अपने टेस्ट करियर में 242 विकेट अपने नाम किये थे, लेकिन उनका वनडे करियर इतना शानदार नहीं रहा।
चंद्रशेखर ने अपने वनडे करियर का पहला और आखिरी मैच 22 फरवरी 1976 को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। इस मुकाबले में चंद्रशेखर ने 7 ओवर फेंके थे, जिसमें उन्होंने 36 रन देते हुए 3 विकेट अपने नाम किये थे। इतना अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद चंद्रशेखर को दोबारा कभी भी वनडे मैच खेलने का मौका नहीं मिला।
2. पंकज धरमानी
पंकज धरमानी एक विकेटकीपर बल्लेबाज हुआ करते थे, जिन्होंने अपना वनडे डेब्यू 23 अक्टूबर 1996 को दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध किया था। अपने डेब्यू मैच में धरमानी सिर्फ 8 रन बनाने में सफल हुए थे। इसके बाद उनको फिर कभी भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने टीम इंडिया को 27 रनों से हराया था।
3. डोडा गणेश
घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक के लिए खेलने वाले डोडा गणेश 90 दशक के उभरते हुए गेंदबाज थे। 1997 में जब भारतीय टीम ज़िम्बाब्वे के दौर पर जा रही थी तब गणेश को वनडे और टेस्ट टीम में चुना गया था। इस दौरान गणेश को 15 फरवरी 1997 को ज़िम्बाब्वे के खिलाफ वनडे डेब्यू करने का मौका मिला।
अपने डेब्यू मैच में गणेश ने 5 ओवर गेंदबाजी की जिसमें उन्होंने 20 रन देकर एक विकेट चटकाया था। इस मैच में गणेश ने 4 रन भी बनाए थे। ज़िम्बाब्वे के खिलाफ खेला गया उनका ये मैच उनके करियर का आखिरी वनडे मैच साबित हुआ।
4. पंकज सिंह
साल 2009 में घरेलू स्तर पर तेज गेंदबाज पंकज सिंह ने शानदार प्रदर्शन किया था। जिसके दम पर उनको ज़िम्बाब्वे, भारत और श्रीलंका के बीच होने वाली त्रिकोणीय सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया था। पंकज सिंह ने अपने वनडे करियर का पहला और आखिरी मुकाबला श्रीलंका (2010) के खिलाफ खेला था। इस मैच में पंकज ने 7 ओवर फेंकते हुए बिना कोई विकेट लिए 45 रन दिए थे। इस मैच के बाद फिर पंकज का एकदिवसीय करियर आगे नहीं बढ़ पाया।
5. परवेज रसूल
जम्मू-कश्मीर के गेंदबाज परवेज रसूल ने भारत के लिए अपना पहला और आखिरी वनडे मैच 5 साल पहले 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में खेला था। इस मुकाबले को टीम इंडिया ने 7 विकेटों से जीता था। इस मैच में रसूल ने 10 ओवरों में 60 रन देकर 2 विकेट हासिल किये थे। इस मैच के बाद इनकी कभी भारत की वनडे टीम में वापसी नहीं हो पाई।
6. फैज फजल
सलामी बल्लेबाज फैज फजल ने 15 जून 2016 को ज़िम्बाब्वे के विरुद्ध अपना डेब्यू किया था। अपने डेब्यू मैच में फजल को केएल राहुल के साथ ओपनिंग करने का मौका मिला था। इसमें उन्होंने 61 गेंदों पर 7 चौके और 1 छक्के की मदद से 55* रनों की पारी खेली थी।
इस मैच में टीम इंडिया ने 10 विकेटों से जीत दर्ज की थी, लेकिन फजल का वनडे करियर इस मैच के बाद खत्म हो गया। फजल ने अपने आईपीएल करियर में राजस्थान रॉयल्स के लिए 12 मुकाबले भी खेले, जिसमें 18.3 की औसत से 183 रन बनाए थे।