एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय की शुरुआत 1971 में हुई थी और तब से लेकर अभी तक क्रिकेट के इस फॉर्मेट में कई तरह के रिकॉर्ड बने। वनडे क्रिकेट में जहाँ टीमों ने अभी तक 20 बार 400 से ऊपर का स्कोर बनाया है, वहीं 55 बार टीमें 80 से कम से स्कोर पर भी ऑल आउट हुई हैं। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में दो सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड इंग्लैंड (481/6 एवं 444/3) के नाम है।
अगर बात छोटे स्कोर की करें तो इस मामले में विश्व रिकॉर्ड ज़िम्बाब्वे और यूएसए के नाम है। दोनों टीमें सिर्फ 35 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी। इसके अलावा 7 बार और टीमें एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में 50 से कम के स्कोर पर ऑल आउट हो चुकी हैं।
आइये नज़र डालते हैं 9 ऐसे मौकों पर जब वनडे में टीमें 50 से कम से स्कोर पर ऑल आउट हो गई:
कनाडा (45 vs इंग्लैंड, 1979)
1979 वर्ल्ड कप में ग्रुप ए के मैच में इंग्लैंड का सामना कनाडा के खिलाफ मैनचेस्टर में था। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कनाडा की टीम 40.3 ओवर में सिर्फ 45 रन बनाकर ऑल आउट हो गई, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 13.5 ओवर में दो विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। क्रिस ओल्ड (10-5-8-4) को शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
नामीबिया (45 vs ऑस्ट्रेलिया, 2003)
2003 वर्ल्ड कप में पूल ए के एक मैच में ऑस्ट्रेलिया का सामना नामीबिया के खिलाफ पोचेफस्ट्रूम में था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए 301/6 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में नामीबिया की टीम 14 ओवर में सिर्फ 45 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। ग्लेन मैक्ग्रा ने सिर्फ 15 रन देकर 7 विकेट लिए और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
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# ज़िम्बाब्वे (44 vs बांग्लादेश, 2009)
2009 में बांग्लादेश के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के चौथे मैच में ज़िम्बाब्वे की टीम पहले खेलते हुए 24.5 ओवर में सिर्फ 44 रन बनाकर ऑल आउट हो गई, जिसके जवाब में बांग्लादेश ने 11.5 ओवर में चार विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। नजमुल होसैन (6-2-10-2) को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
# पाकिस्तान (43 vs वेस्टइंडीज, 1993)
1993 में दक्षिण अफ्रीका में खेली गई त्रिकोणीय सीरीज के नौवें मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ पाकिस्तान की टीम 19.5 ओवर में सिर्फ 43 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी। जवाब में वेस्टइंडीज ने 12.3 ओवर में ही तीन विकेट खोकर जीत हासिल कर ली थी। कर्टनी वॉल्श (9-2-16 -4) को मैन ऑफ द मैच चुना गया था। केपटाउन में पाकिस्तान के द्वारा बनाया गया यह स्कोर एक समय वनडे का सबसे छोटा स्कोर था।
# श्रीलंका (43 vs दक्षिण अफ्रीका, 2012)
2012 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पार्ल में खेले गए वनडे सीरीज के पहले मैच में श्रीलंका की टीम सिर्फ 43 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 301/8 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में श्रीलंकाई टीम 20.1 ओवर में ही ढेर हो गई और 258 रनों के विशाल अंतर से मुकाबला गंवाया। मोर्ने मोर्कल (6-2-10-4) को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
# ज़िम्बाब्वे (38 vs श्रीलंका, 2001)
2001 में श्रीलंका में खेली गई त्रिकोणीय सीरीज के पहले मैच में ज़िम्बाब्वे की टीम 15.4 ओवर में सिर्फ 38 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी, जिसके जवाब में श्रीलंका ने 4.2 ओवर में ही एक विकेट खोकर जीत हासिल कर ली थी। कोलंबो में 'मैन ऑफ द मैच' चामिंडा वास ने 19 रन देकर 8 विकेट लिए थे, जो आज भी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी है।
# कनाडा (36 vs श्रीलंका, 2003)
2003 वर्ल्ड कप में पूल बी के एक मैच में श्रीलंका के खिलाफ पार्ल में कनाडा की टीम 18.4 ओवर में सिर्फ 36 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी। जवाब में श्रीलंका ने 4.4 ओवर में ही एक विकेट खोकर जीत हासिल कर ली थी। प्रभात निसंका (7-1-12-4) को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
# ज़िम्बाब्वे (35 vs श्रीलंका, 2004)
2004 में श्रीलंका के ही खिलाफ हरारे में खेले गए पांच मैचों की वनडे सीरीज के तीसरे मैच में ज़िम्बाब्वे की टीम 18 ओवर में सिर्फ 35 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी। यह एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में सबसे छोटे स्कोर का विश्व रिकॉर्ड है। श्रीलंका ने 9.2 ओवर में एक विकेट खोकर जीत हासिल कर ली थी। चामिंडा वास (9-4-11-4) को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
# यूएसए (35 vs नेपाल, 2020)
2020 में आईसीसी वर्ल्ड क्रिकेट लीग 2 के मैच में नेपाल के खिलाफ यूएसए की टीम ने ज़िम्बाब्वे के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की थी। कीर्तिपुर में खेले गए मैच में यूएसए की टीम 12 ओवर में सिर्फ 35 रन बनाकर ऑल आउट हो गई, जिसके जवाब में नेपाल ने 5.2 ओवर में दो विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। संदीप लामिचाने (6-1-16-6) को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।