मुंबई के कई खिलाड़ी भारतीय टीम (India Cricket team) का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। हालांकि, पिछले कुछ समय में टीम के प्रदर्शन में काफी गिरावट आई है। सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali T20 Trophy) हो या विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy), मुंबई की टीम 2021 में दोनों टूर्नामेंट्स के नॉकआउट चरण में नहीं पहुंची।
रवि शास्त्री ने हाल ही में मुंबई के लचर प्रदर्शन पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने हिमाचल प्रदेश का उदाहरण दिया कि कैसे उसने विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में प्रवेश किया और कैसे पोंडीचेरी ने मुंबई को हराया।
रवि शास्त्री ने अपनी पुरानी टीम के खराब प्रदर्शन पर कहा, 'मैं कभी स्कोरशीट देखता हूं कि पोंडीचेरी ने मुंबई को हराया। ऐसा नहीं कि वो बड़ी साधारण टीम है, कोई भी टीम किसी को भी हरा सकती है। मगर इससे आपको पता चलता है कि कहीं कुछ परेशानी है। जब आप हिमाचल प्रदेश को फाइनल में पहुंचते देखते हो, जिसमें कोई बड़ा नाम नहीं है और मुंबई नहीं पहुंचे तो आप सवाल पूछना शुरू करते हो।'
मुंबई क्रिकेट पर हमेशा मेरी नजरें रहती हैं: रवि शास्त्री
रवि शास्त्री ने आगे कहा, 'मुझे ऐसा महसूस होता है कि कई लोग जो इन दिनों में मुंबई के लिए खेल रहे हैं, वो चीजों को हल्के में लेते हैं। वो सोचते हैं कि जब हमारे पर मुंबई का ठप्पा लगा है तो हम जीतेंगे, लेकिन ऐसा नहीं होता। आपको जाकर खेल की इज्जत करनी होती है। वर्क एथिक्स की इज्जत करना होती है। आप कहां से आए हो, इसकी इज्जत करनी होती है। फिर जाकर टीम के रूप में खेलना होता है। यह मुंबई क्रिकेट टीम है, गर्व के साथ।'
टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच ने मुंबई क्रिकेट के लिए अपना जुनून बताया। उन्होंने कहा कि वो क्या कर रहे हैं या कहां है, हमेशा पूर्व टीम के मैच फॉलो करते हैं।
शास्त्री ने कहा, 'मैं भले ही भारतीय टीम का कोच था और दुनिया में यात्रा कर रहा था। या फिर जब मैं टीवी में काम कर रहा था, मेरी आंख मुंबई क्रिकेट पर लगी हुई थी क्योंकि मैं गौरवान्वित मुंबई खिलाड़ी हूं, जिसने जीतना पसंद है। वो ईमानदारी से खेले, कड़ी मेहनत से खेले, लेकिन जीत के लिए खेले।'