बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BSB) के प्रमुख नजमुल हसन ने कहा कि उन्होंने ढाका प्रीमियर लीग (DPL) में पक्षपातपूर्ण अंपायरिंग के आरोपों पर गौर करने के लिए एक समिति का गठन किया है। बताया जा रहा है कि शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) ने अम्पायरिंग को लेकर गुस्सा निकाला था। हालांकि समिति की जांच से चीजें साफ़ हो पाएगी।
मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब और अबाहानी लिमिटेड के बीच डीपीएल मैच के दौरान कुछ फैसलों के बाद शाकिब स्टंप्स को लात मारते हुए, बेल्स को खटखटाते हुए और आक्रामक रूप से ऑन-फील्ड अंपायर के साथ बहस करते हुए कैमरे में कैद हुए। शाकिब के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए और उनकी काफी आलोचना भी देखने को मिली थी।
मोहम्मडन के कप्तान शाकिब पहले मुशफिकुर रहीम के खिलाफ एलबीडब्ल्यू अपील से इनकार करने के फैसले पर गुस्से में थे। फिर अंपायर के इस फैसले से नाराज थे कि छठे ओवर में एक गेंद शेष रहते हुए बारिश को देख कवर्स को बुला लिया गया। शाकिब इससे नाराज थे, उनके अनुसार बारिश की गति कम थी।
शाकिब अल हसन पर हुआ एक्शन
हालांकि शाकिब अल हसन के खराब बर्ताव को लेकर तगड़ा एक्शन लिया गया है। उनको ढाका प्रीमियर लीग के तीन मैचों से निलंबित कर दिया गया है और 5 लाख बांग्लादेशी टका का जुर्माना भी लगाया गया है। शाकिब ने सजा को स्वीकार कर लिया है। शाकिब के बर्ताव को डिफेंड करते हुए उनकी पत्नी ने कहा कि मीडिया द्वारा मुख्य मुद्दे को दबाते हुए देखना दुखद है, केवल उनके व्यक्ति द्वारा दिखाए गए गुस्से को उजागर करना सही नहीं है। मुख्य मुद्दा अंपायरों के आंख को पकड़ने वाले फैसले हैं।
देखना होगा कि बीसीबी द्वारा गठित समिति की जांच में क्या सामने आता है। शाकिब अल हसन ने घटना के बाद अपने व्यवहार को लेकर सोशल मीडिया पर माफ़ी भी मांगी थी।