पूर्व भारतीय बल्लेबाज आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) का मानना है कि आईपीएल 2022 (IPL 2022) की शुरुआत से ठीक दो दिन पहले चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कप्तानी में बदलाव की घोषणा करने के फैसले ने इस सीजन पर नकारात्मक प्रभाव डाला। उन्होंने कहा कि रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को इस फैसले के बारे में पहले से सूचित किया गया होगा, लेकिन जिस तरह से इस खबर को सार्वजनिक किया गया था, वह एक चौंकाने वाला फैक्टर था जिसने शायद खिलाड़ियों को परेशान किया।
आईपीएल 2022 से पहले एमएस धोनी ने फ्रेंचाइजी की कप्तानी जडेजा को सौंपने का फैसला किया। जडेजा ने 8 मैचों में टीम की कप्तानी की जिसमें से सिर्फ 2 में टीम को जीत मिली और इसी वजह से उन्होंने कप्तानी दोबारा धोनी को दे दी। सीएसके ने आईपीएल 2022 अंक तालिका में नौवें स्थान पर रहते हुए 14 मैचों में चार जीत के साथ इस सीजन का अंत किया।
इस सीजन में चेन्नई के प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए, आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,
सबसे बड़ी समस्याओं में से एक (चेन्नई के लिए) टूर्नामेंट शुरू होने से ठीक दो दिन पहले कप्तानी में बदलाव की घोषणा करना था। बाहर के सभी लोगों ने सोचा कि एमएस धोनी कप्तानी करेंगे। मुझे यकीन है कि कैंप में पहले भी चर्चा हुई होगी, लेकिन अंतिम क्षणों में कप्तानी में बदलाव थोड़ा अलग है। दूसरी बात, रविंद्र जडेजा कप्तान के तौर पर अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे।
कप्तानी छोड़ने के दो मैचों बाद ही जड्डू चोटिल हो गए थे और पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गए। इस सीजन खेले 10 मैचों में 116 रन बनाये और गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट लिए।
सीएसके ओपनिंग कॉम्बिनेशन को लेकर स्पष्ट नहीं थी - आकाश चोपड़ा
चोपड़ा के अनुसार, जब महत्वपूर्ण ओपनिंग कॉम्बिनेशन की बात आई तो चेन्नई स्पष्ट नहीं लग रही थी। उन्होंने कहा,
सीएसके ओपनिंग कॉम्बिनेशन के बारे में अस्पष्ट लग रही थी। डेवोन कॉनवे की शुरुआत में आजमाया गया था लेकिन उन्हें तुरंत हटा दिया गया। जब तक उन्हें प्लेइंग इलेवन में वापस लाया गया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। ऋतुराज गायकवाड़ सीएसके के सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे लेकिन यह काफी नहीं था क्योंकि उन्होंने पहले के मैचों में उतने रन नहीं बनाये जिन्हें टीम को जीतना था।
ऋतुराज गायकवाड़ ने 14 मैचों में 26.29 की औसत और 126.46 के स्ट्राइक रेट से 368 रन बनाए। उनके ज्यादतर रन दूसरे हाफ में आए जब आईपीएल 2022 में चेन्नई की किस्मत पर मुहर लग चुकी थी। कॉनवे को सिर्फ एक खराब मैच के बाद प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। उन्होंने लंबे अंतराल के बाद प्लेइंग इलेवन में वापसी करते हुए लगातार तीन अर्धशतक बनाए। उन्होंने अपने डेब्यू सीजन में कुल 7 मैच खेले और 145.66 के स्ट्राइक रेट की मदद से 252 रन बनाये।