एश्टन एगर को भारत के खिलाफ एक भी टेस्ट मैच खिलाए बिना वापस ऑस्ट्रेलिया भेज दिया गया है। अब एगर वहां पर डोमेस्टिक क्रिकेट खेलेंगे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इस फैसले पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब एश्टन एगर को खिलाना ही नहीं था तो फिर उन्हें सेलेक्ट ही क्यों किया गया।
एश्टन एगर को पहले दो टेस्ट मैचों के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम के प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली थी। इसकी बजाय टीम ने टोड मर्फी, मैथ्यू कुहनेमान और नाथन लियोन पर भरोसा जताया था। एश्टन एगर को चार विशेषज्ञ स्पिनर्स में से एक के रूप में चुना गया था। ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि एगर स्पिनरों के लिए मददगार पिच पर नाथन लियोन का साथ देंगे, मगर उन्हें मौका ही नहीं मिला। ऑस्ट्रेलिया ने पहले टेस्ट में टोड मर्फी को डेब्यू दिया, जिन्होंने प्रभावित करके सात विकेट लिए। फिर मैथ्यू कुहनेमन को ऑस्ट्रेलिया से बुलाकर डेब्यू करा दिया।
एश्टन एगर को सेलेक्ट ही नहीं करना चाहिए था - आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा के मुताबिक अगर एश्टन एगर का कॉन्फिडेंस उतना अच्छा नहीं था तो फिर उन्हें सेलेक्ट ही क्यों किया गया था। अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
एश्टन एगर को वापस भेज दिया गया है। वो यहां पर नंबर 2 स्पिनर के तौर पर आए थे लेकिन अब उन्हें वापस शेफील्ड शील्ड में खेलने के लिए कहा गया है। ऑस्ट्रेलियाई कैंप में लगातार बातें चल रही थीं कि एश्टन एगर का कॉन्फिडेंस थोड़ा डाउन है। अगर उनका कॉन्फिडेंस गिरा हुआ था तो फिर उन्हें सेलेक्ट ही क्यों किया गया था। इससे ऑस्ट्रेलियाई सेलेक्टर्स के माइंडसेट का पता चलता है।
आपको बता दें कि एश्टन एगर के अपने देश लौटने को लेकर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज मार्क टेलर ने चिंता जताई है। उनका मानना है कि अब शायद ही एश्टन अगर ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट मैच खेलते हुए नजर आएं।