Aakash Chopra Indian pacers' shrinking pool: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय स्क्वाड में सिर्फ तीन स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाज मौजूद हैं, जिसके हर्षित राणा और अर्शदीप सिंह के पास ज्यादा अनुभव नहीं है। इस चीज को लेकर आकाश चोपड़ा ने प्रतिक्रिया दी है और उन्हें लगता है कि अब भारत में तेज गेंदबाजों का पूल छोटा गया है। उन्होंने खलील अहमद का उदाहरण दिया कि एकसमय लग रहा था कि वह रेस में हैं लेकिन अब शायद वह चयनकर्ताओं की सोच में नहीं हैं।
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा की स्पेशलिस्ट पेस तिकड़ी को चुना है। जसप्रीत बुमराह चोट के कारण टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं हैं, जबकि मोहम्मद सिराज को चयनकर्तओं ने ड्रॉप कर दिया है। सिराज को प्रोविजिनल स्क्वाड में नहीं चुना गया था, वहीं फाइनल स्क्वाड में भी जगह नहीं दी गई, बल्कि उनका नाम नॉन ट्रैवेलिंग रिजर्व में है।
भारतीय क्रिकेट में तेज गेंदबाजों की कमी को लेकर क्या बोले आकाश चोपड़ा?
अपने यूट्यूब चैनल 'आकाश चोपड़ा' पर साझा किए गए वीडियो में, क्रिकेटर से कमेंटेटर बने इस पूर्व खिलाड़ी से भारतीय तेज गेंदबाजों की घटती संख्या के बारे में सवाल किया गया। इस पर चोपड़ा ने कहा:
"यह सही सवाल है कि नए तेज गेंदबाज क्यों नहीं टिक रहे हैं। वह उमरान मलिक या मयंक यादव जैसे खिलाड़ियों के बारे में बात रहे हैं। कई तेज गेंदबाज आईपीएल में खेलने पर बहुत ध्यान और आकर्षण प्राप्त करते हैं और फिर पूरी तरह से गायब हो जाते हैं। फिर कोई उनके बारे में बात नहीं करता। मैं खलील अहमद के बारे में भी सोच रहा था। ऐसा लग रहा था कि वह वहां हैं, कि वह निश्चित रूप से टीम में हैं, लेकिन उसके बाद अचानक पूरी तरह से किनारे कर दिए गए हैं। आवेश खान खेलते हैं और फिर गायब हो जाते हैं।"
आकाश चोपड़ा ने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा:
"उमरान मलिक बेहद आशाजनक थे और फिर गायब हो गए। मयंक यादव चोट के कारण बाहर हैं। मोहसिन खान आईपीएल के समय वाले गेंदबाज हैं। मैं आकाश दीप के बारे में भी सोच रहा हूं। वह कभी-कभी आते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। मुकेश कुमार को कुछ ही समय में तीनों फॉर्मेट में डेब्यू का मौका मिल गया लेकिन अब वह कहीं नहीं हैं।"