पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने बताया है कि सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के टेस्ट करियर का सबसे अहम मोड़ कौन सा रहा। उन्होंने कहा है कि टेस्ट क्रिकेट के मामले में शिखर धवन को और अच्छी तरह से सपोर्ट किया जाना चाहिए था और उन्हें कम मौके मिले।
शिखर धवन ने भारत के लिए आखिरी बार 2018 के इंग्लैंड टूर पर टेस्ट मुकाबला खेला था। उन्होंने उस दौरान 20.25 की औसत से सिर्फ 162 रन ही बनाए थे। इसके बाद से ही वो टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं और वापसी नहीं कर पाए हैं।
शिखर धवन को टेस्ट क्रिकेट में और ज्यादा मौके मिलने चाहिए थे - आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा से उनके यू-ट्यूब चैनल पर शिखर धवन के करियर के टर्निंग प्वॉइंट के बारे में पूछा गया तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा "मेरे हिसाब से इंग्लैंड का वो दौरा उनके टेस्ट करियर का टर्निंग प्वॉइंट रहा। ईमानदारी से कहूं तो उनके साथ सही नहीं हुआ। उन्हें और अच्छी तरह से ट्रीट किया जा सकता था। पहले मैच का वो हिस्सा थे, दूसरा मैच नहीं खेले और तीसरा मुकाबला खेले थे और उसके बाद ड्रॉप कर दिया गया। शिखर धवन को टेस्ट क्रिकेट में और ज्यादा मौके मिलने चाहिए थे। टीम में लगातार बदलाव होते रहे और इसका असर धवन के करियर पर पड़ा।"
आपको बता दें कि शिखर धवन को साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है और उनकी लम्बे समय के बाद लिमिडेट ओवर्स क्रिकेट में भी वापसी हुई है। धवन का परफॉर्मेंस विजय हजारे ट्रॉफी में अच्छा नहीं रहा था और इसी वजह से उनके टीम में चुने जाने की उम्मीद काफी कम ही थी लेकिन रोहित शर्मा के इंजरी की वजह से उन्हें टीम में शामिल कर लिया गया है।