5 अक्टूबर से वर्ल्ड कप (World Cup 2023) की शुरुआत होनी है और इस बार यह टूर्नामेंट भारत में खेला जाना है। भारतीय परिस्थितियों को स्पिन गेंदबाजों के लिए अच्छा माना है, इसी वजह से हिस्सा ले रहीं ज्यादातर टीमों ने अपने स्क्वाड में अतिरिक्त स्पिनर रखे हैं। हालाँकि, पांच बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने मात्र एडम ज़म्पा (Adam Zampa) के रूप में ही प्रमुख स्पिनर चुना है और दूसरे स्पिन गेंदबाज के लिए ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) को रखा है। उनकी इस रणनीति से पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा संतुष्ट नहीं दिखाई दे रहे हैं और उन्होंने मैक्सवेल के निरंतर रूप से 10 ओवर कर पाने की काबिलियत पर सवाल खड़ा किया है।
शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया ने एडम ज़म्पा के साथ एश्टन एगर को भी स्पिन ऑलरांडर के रूप में चुना था। हालाँकि, वह चोट की वजह से अंतिम समय में बाहर हो गए और उनके स्थान पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपने स्क्वाड में स्पेशलिस्ट बल्लेबाज मार्नस लैबुशेन को शामिल कर लिया। कंगारुओं का यह फैसला कई लोगों के लिए हैरानी भरा रहा लेकिन मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली को पूरा भरोसा है कि मैक्सवेल दूसरे प्रमुख स्पिनर की भूमिका आसानी से निभा लेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के वर्ल्ड कप 2023 स्क्वाड का विश्लेषण करते हुए, आकाश चोपड़ा ने स्पिन गेंदबाजों की कमी का जिक्र किया। अपने यूट्यूब चैनल पर उन्होंने कहा,
भारत में आपको गेंदबाजी करने के लिए स्पिनरों की जरूरत होती है, लेकिन मुश्किल से ही कोई स्पिनर है। उनके पास एडम ज़म्पा और ग्लेन मैक्सवेल हैं। उन्होंने हाल ही में रोहित और कोहली को आउट करते हुए चार विकेट लिए थे। वह काफी अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे, लेकिन क्या वह आपके 10 ओवर के भरोसेमंद गेंदबाज हैं? वहीं जब जॉर्ज बेली से यही सवाल पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि मैक्सवेल को हल्के में नहीं ले सकते।
हाल ही में भारत के खिलाफ संपन्न हुई तीन मैचों की वनडे सीरीज के आखिरी मुकाबले में, ग्लेन मैक्सवेल ने शानदार गेंदबाजी की थी और 40 रन देकर चार विकेट लिए थे। उन्होंने मुकाबले में टॉप 4 भारतीय बल्लेबाजों का विकेट लिया था और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका अदा की थी। बेहतरीन गेंदबाजी के लिए दाएं हाथ के ऑलराउंडर को प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया था।
वर्ल्ड कप के लिए ऑस्ट्रेलिया का स्क्वाड
पैट कमिंस (कप्तान), स्टीव स्मिथ, एलेक्स कैरी, जोश इंग्लिस, शॉन एबॉट, कैमरन ग्रीन, जोश हेजलवुड, ट्रैविस हेड, मार्नस लैबुशेन, मिचेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, मार्कस स्टोइनिस, डेविड वॉर्नर, एडम ज़म्पा और मिचेल स्टार्क।