हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) के मुंबई इंडियंस (MI) में जाने के बाद गुजरात टाइटंस ने शुभमन गिल को आगामी आईपीएल सीजन के लिए कप्तान बनाया है। हालांकि टीम के पास केन विलियमसन का भी बेहतरीन विकल्प मौजूद था लेकिन उनको कप्तान नहीं बनाया गया। पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने इसके पीछे बड़ी वजह बताई है। आकाश चोपड़ा के मुताबिक केन विलियमसन को अगर कप्तान बनाया जाता तो फिर उन्हें हर-हाल में प्लेइंग इलेवन में शामिल करना पड़ता और एक विदेशी प्लेयर की जगह कम पड़ जाती।
हार्दिक पांड्या ट्रेड के जरिए मुंबई इंडियंस में वापस चले गए हैं और इसके बाद गुजरात टाइटंस ने शुभमन गिल को कप्तान बना दिया। आईपीएल में केकेआर के लिए अपने करियर की शुरुआत करने वाले शुभमन गिल को 2022 के सीजन से पहले ड्राफ्ट के माध्यम से गुजरात टाइटंस ने अपने साथ जोड़ा था। युवा खिलाड़ी ने गुजरात के लिए डेब्यू सीजन में ही 483 रन जड़े थे और टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने पिछले सीजन 890 रन बनाये, जिसमें तीन शतक शामिल रहे।
केन विलियमसन को कप्तान नहीं बनाए जाने को लेकर आई प्रतिक्रिया
वहीं केन विलियमसन भी कप्तानी के लिए मौजूद थे लेकिन उन्हें कप्तान नहीं बनाया गया। आकाश चोपड़ा ने इसको लेकर कहा,
ये एक सोच थी कि केन विलियमसन को क्या कप्तान बनाया जाए लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद का उदाहरण आपके पास पहले से ही मौजूद है। क्योंकि केन इतने अच्छे इंसान हैं कि अच्छा प्रदर्शन ना होने पर खुद को भी ड्रॉप कर देंगे। इसके अलावा वो ओवरसीज खिलाड़ी हैं और कप्तान बनने पर एक ओवरसीज की जगह खत्म हो जाती। आप राशिद खान, डेविड मिलर और नूर अहमद जैसे प्लेयर्स को भी ड्रॉप नहीं कर सकते हैं और ऐसे में मेरे हिसाब से शुभमन गिल कप्तानी के लिए ज्यादा बेहतर विकल्प थे। भारतीय खिलाड़ी को कप्तान बनाना सही फैसला है।