भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने तीसरे वनडे में भारत की रणनीति पर सवाल उठाए हैं। आकाश चोपड़ा के मुताबिक टीम में एक साथ इतने बदलाव नहीं करने चाहिए थे और शायद यही वजह है कि भारतीय टीम को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा।
भारतीय टीम ने तीसरे वनडे मुकाबले के लिए 6 बदलाव किए। 5 खिलाड़ियों को डेब्यू का मौका दिया गया। कृष्णप्पा गौतम, चेतन सकारिया, नितीश राणा, संजू सैमसन और राहुल चाहर जैसे खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिला।
भारतीय टीम को 6 बदलाव नहीं करने चाहिए थे - आकाश चोपड़ा
अपने यू-ट्यूब चैनल पर आकाश चोपड़ा ने भारतीय टीम की रणनीति को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
अगर आप अपनी टीम में छह बदलाव करते हैं तो ये सही नहीं है। ऐसा लगा कि तीसरे वनडे में भारत ने श्रीलंका को हल्के में ले लिया। टीम सीरीज पहले ही जीत चुकी थी और शायद यही वजह है कि उन्होंने इस मैच को ज्यादा महत्व नहीं दिया। हालांकि डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों के लिए ये मैच काफी अहम था क्योंकि टीम को लगता था कि ये श्रीलंका की कमजोर टीम है और हम उन्हें आसानी से हरा देंगे। इस हार में टीम इंडिया के लिए एक सीख है कि कभी भी विरोधी टीम को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
आपको बता दें कि श्रीलंकाई टीम ने तीसरे और अंतिम वनडे मैच में भारत को 3 विकेट से हरा दिया। बारिश की वजह से मैच 47 ओवरों का कर दिया गया और भारतीय टीम पहले बैटिंग करते हुए 43.1 ओवर में सिर्फ 225 रन पर सिमट गई। डकवर्थ लुईस नियम से श्रीलंका को 227 रनों का लक्ष्य मिला जिसे उन्होंने 39 ओवर में 7 विकेट पर हासिल कर लिया।
आकाश चोपड़ा के मुताबिक तीसरे वनडे में भारतीय टीम के पास प्लानिंग की कमी दिखी। उन्होंने कहा,
भारत ने छह बदलाव किए जिसमें से 5 खिलाड़ियों को डेब्यू कराया और पूरी बॉलिंग लाइन अप ही चेंज कर दी। दूसरे वनडे का एक भी गेंदबाज इस मुकाबले में नहीं खेला। बैटिंग में भी टीम ने नितीश राणा को खिलाया लेकिन उन्हें 7वें नंबर पर खेलने का मौका मिला जबकि वो टॉप ऑर्डर के प्लेयर हैं।