क्रिकेट वर्ल्ड कप 1996 में टीम इंडिया (Team India) के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद (Venkatesh Prasad) और पाकिस्तान (Pakistan Cricket Team) के पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज आमिर सोहेल (Aamir Sohail) के बीच मैदान के बीच गर्मागर्मी देखने को मिली, जिसकी चर्चा आज भी भारत और पाकिस्तान के फैन्स के बीच होती है। उसी गर्मागर्मी की घटना को याद करते हुए आमिर सोहेल ने बड़ा खुलासा कर अहम बयान दिया है। आमिर सोहेल ने एक यूट्यूब चैनल पर दिए इंटरव्यू में इस बात की जानकारी दी और कहा कि उनके और वेंकटेश प्रसाद के बीच हुई इस गर्मागर्मी में किसी ने किसी को भी एक शब्द गलत या सही नहीं कहा। इस दौरान कुछ भी कहा नहीं गया था। इस बात को लोग गलत तरह से समझे।
आमिर सोहेल ने इस मैच में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की थी और 46 गेंदों पर 55 रन बनाये लेकिन वेंकटेश प्रसाद से पंगा लेना उन्हें महंगा पड़ गया। आमिर सोहेल ने इस पल को याद करते हुए आगे कहा कि हमारे बीच में किसी भी प्रकार से शब्दों का अदान-प्रदान नहीं हुआ था। हमारे साथी खिलाड़ी जावदे मियांदाद ने बताया था कि जब गेंदबाज आप पर दबाव डालने का प्रयास कर रहा हो, तो आपको किस प्रकार से बर्ताव करना है आप उसे उकसा कर उसकी लय ख़राब कर सकते हैं। मैंने वही कोशिश की लेकिन मैं इसमें असफल रहा है और अपना कीमती विकेट गंवा बैठा।
साल 1996, विश्व कप के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम और पाकिस्तान क्रिकेट टीम आमने-सामने थी। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 287 रन बनाये और पाकिस्तान टीम के सामने विशालकाय लक्ष्य रखा। मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान की शुरुआत जबरदस्त रही। सलामी बल्लेबाज आमिर सोहेल और सईद अनवर ने जबरदस्त साझेदारी की लेकिन पहले विकेट गिरने के बाद आमिर सोहेल अपनी तूफानी बल्लेबाजी जारी रख रहे थे। तभी उन्होंने भारतीय गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद को चौका लगाया और उन्हें बॉल उठाने के लिए इशारा किया, जिसपर वेंकटेश प्रसाद ने कुछ न कहते हुए अगली गेंद पर आमिर सोहेल की गिल्लियां बिखेर दी और उन्हें पवेलियन जाने का रास्ता दिखा दिया। यह पल भारत-पाकिस्तान क्रिकेट का ऐतिहासिक पल बन गया।