पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी आकिब जावेद ने सचिन तेंदुलकर की जमकर तारीफ की है। जावेद ने सचिन तेंदुलकर को अपने जमाने का प्रभावशाली बल्लेबाज बताया है। आकिब जावेद भारतीय टीम के खिलाफ श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए जाने जाते थे। गौरतलब है कि सचिन तेंदुलकर ने अपना करियर 16 साल की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ ही शुरू किया था। उस समय सचिन तेंदुलकर को लेकर कई तरह की बयानबाजी देखी गई थी।
ग्लॉफंस क्यू 20 फैन सीरीज के साथ फ्रीव्हीलिंग चैट में अकीब ने कहा कि सचिन ने खेल में 100 प्रतिशत प्रभाव पैदा किया, जिसमें उनके पास गुणवत्ता या प्रतिभा थी। वह कई वर्षों तक खेल में नंबर एक पर काबिज रहे, क्योंकि वह एक अनुभवी क्रिकेटर थे।
सचिन तेंदुलकर को आकिब ने हैट्रिक में आउट किया था
आकिब जावेद ने भारतीय टीम के खिलाफ हैट्रिक भी ली है। उन्होंने अपनी तीन विकेटों में रवि शास्त्री, मोहम्मद अजहरुद्दीन और सचिन तेंदुलकर को आउट किया। जावेद ने तीनों ही बल्लेबाजों को पगबाधा आउट किया था। शारजाह में विल्स त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने भारतीय टीम को 72 रनों के अंतर से हराया था।
अपने उस जमाने की बात करते हुए जावेद ने कहा कि वह समय दूसरा था और तकनीक की कमी के कारण गेंदबाजों को मदद मिलती थी। उन्होंने कहा कि उस समय अम्पायरों के पास ही पूरी शक्ति होती थी। जो भी अम्पायर कह देता था, वह फाइनल निर्णय होता था।
![सचिन तेंदुलकर](https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/11/896a4-16055472453083-800.jpg?w=190 190w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/11/896a4-16055472453083-800.jpg?w=720 720w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/11/896a4-16055472453083-800.jpg?w=640 640w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/11/896a4-16055472453083-800.jpg?w=1045 1045w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/11/896a4-16055472453083-800.jpg?w=1200 1200w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/11/896a4-16055472453083-800.jpg?w=1460 1460w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/11/896a4-16055472453083-800.jpg?w=1600 1600w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2020/11/896a4-16055472453083-800.jpg 1920w)
आकिब जावेद का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ज्यादातर भारत के खिलाफ बेहतर रहा और उन्होंने 39 वनडे मैचों में 24।64 की औसत से 54 विकेट लिए, जो उनके करियर के एकदिवसीय औसत से 6।79 रन कम था। विशेष रूप से, उनके छह वनडे मैचों में से चार, मैन ऑफ द मैच पुरस्कार भी भारत के खिलाफ ही आए थे। भारत के खिलाफ उनका खेल अलग ही होता था।