दक्षिण अफ्रीका के धाकड़ बल्लेबाज एबी डीविलियर्स 2 साल बाद जिम्बाब्वे के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट से टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं। जनवरी 2016 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था, उसके बाद चोट की वजह से वो टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए थे। जिम्बाब्वे के खिलाफ 4 दिवसीय टेस्ट मैच से एक बार फिर से वो सफेद कपड़ों में दिखेंगे, जिसमें वो जरुर बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहेंगे। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने इस पर कहा कि एक बार फिर मुझे टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला है और मुझे ऐसा लग रहा है कि जैसे ये मेरा पहला मैच हो। डीविलियर्स ने कहा कि मैं इस मैच को लेकर काफी उत्साहित हूं और अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा हूं। आशा है कि हम जिम्बाब्वे के खिलाफ अच्छा खेल दिखाएंगे और उसे आगे भी जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात को लेकर अपने आप पर गर्व है कि मैं हर तरह की परिस्थिति में हर प्रारुप में खेल सकता हूं। मैं हमेशा चुनौती के लिए तैयार रहता हूं। कल रात मैंने मुश्किल विकेट पर गुलाबी गेंद का सामना किया और ये कतई आसान नहीं था। डीविलियर्स ने आगे कहा कि टेस्ट क्रिकेट काफी बेहतरीन खेल है और इसमें उस वक्त आकर बल्लेबाजी करना और भी कठिन हो जाता है जब गेंद घूम रही हो। मुझे पता है कि जिम्बाब्वे काफी कड़ी टक्कर देगी, क्योंकि उनकी टीम में कुछ बेहतरीन प्लेयर हैं। इसे भी: 6 मैचों की एकदिवसीय सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा वहीं एबी डीविलियर्स से जब भारत के खिलाफ श्रृंखला को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो सीरीज काफी बड़ी है। भारत ने पिछली कुछ सीरीज में यहां की परिस्थितियों में बेहतरीन खेल दिखाया है और अब वो 1990 की टीम से ज्यादा बेहतरीन लग रहे हैं। मुझे लगता है कि उनकी टीम में काफी सारे युवा खिलाड़ी हैं जो कि हमेशा जीत के लिए लालायित रहते हैं। डीविलियर्स ने कहा कि हमारे लिए ये काफी चुनौतीपूर्ण होगा। हमें पता है कि विराट कोहली कितने जबरदस्त कप्तान हैं। वो निश्चित तौर पर यहां आकर जीतने की कोशिश करेंगे और इतिहास बनाना चाहेंगे। हम उसी के हिसाब से अपनी तैयारी कर रहे हैं। वहीं अपनी चोट के बारे में उन्होंने कहा कि अब उनकी चोट उतनी खतरनाक नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले 8 या 9 साल से वो इस चीज का सामना कर रहे हैं और अब वो इसके आदी हो गए हैं।