अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए चेयरमैन सीनियर क्रिकेटर्स के लिए घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना अनिवार्य करने पर विचार कर रही है। यदि सीनियर्स को टेस्ट टीम में जगह बनानी है तो उन्हें उपलब्ध रहने पर देश के घरेलू फर्स्ट-क्लास टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेना होगा। चेयरमैन ने यह भी साफ किया है कि यदि राशिद खान उपलब्ध रहते हैं तो वह भी फर्स्ट-क्लास टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेंगे।
ACB चेयरमैन ने कहा,
किसी भी देश की क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए घरेलू क्रिकेट का योगदान काफी अहम होता है। हम भी कोशिश कर रहे हैं और हम भी इसे मजबूत बनाने का प्लान कर रहे हैं। हम टेस्ट चैंपियनशिप की तैयारी के लिए घरेलू फर्स्ट-क्लास क्रिकेट को कठिन बनाना चाहते हैं और सभी खिलाड़ियों को इसमें हिस्सा लेना होगा। यदि राशिद उपलब्ध होते हैं तो वह निश्चित रूप से इसमें हिस्सा लेंगे।
अफगानिस्तान के घरेलू कैलेंडर के हिसाब से मार्च से लेकर मई के बीच दो वनडे टूर्नामेंट्स का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा अंडर-16 वनडे टूर्नामेंट और टी-20 टूर्नामेंट का भी आयोजन होना है। तीन दिवसीय मुकाबलों के आयोजन की भी तैयारी चल रही है। जून-जुलाई में बोर्ड फ्रेंचाइजी टी-20 लीग का आयोजन करेगी तो वहीं इसके बाद चार दिवसीय मुकाबलों का टूर्नामेंट खेला जाएगा। इसके अलावा साल के अंत में भी वनडे और टी-20 टूर्नामेंट्स खेले जाएंगे।
बड़ी टीमों के खिलाफ अधिक मैच खेलना चाहता है अफगानिस्तान
अफगानिस्तान को इस साल टी20 वर्ल्ड कप और एशिया कप में हिस्सा लेना है। इसकी तैयारियों के लिए वे बड़ी टीमों के खिलाफ अधिक मुकाबले खेलना चाहते हैं। 2023 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में क्वालीफाई करने के लिए टीमों को सुपर लीग में प्वाइंट हासिल करने हैं। अफगानिस्तान को इस साल ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और भारत के खिलाफ सुपर लीग के मुकाबले खेलने हैं।
हाल ही में अफगानिस्तान ने बांग्लादेश का दौरा किया था। वनडे सीरीज में उन्हें 2-1 से हार मिली थी तो वहीं टी20 सीरीज को उन्होंने 1-1 से बराबर किया था।