एडम गिलक्रिस्ट को विकेटकीपिंग के इतिहास में दिग्गज के नाम से जाना जाता है। 2008 के एडिलेड टेस्ट के बाद एडम गिलक्रिस्ट ने अचानक संन्यास लिया था। खबरों के अनुसार एडम गिलक्रिस्ट ने यह निर्णय वीवीएस लक्ष्मण का कैच छोड़ने के बाद लिया था। उस घटना के 12 साल बाद एडम गिलक्रिस्ट ने भी यह बात मानी है।
एक टीवी प्रेजेंटर के शॉ में एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि वीवीएस लक्ष्मण का कैच छोड़ने के कारण आप संन्यास लेते हो तो यह अच्छा निर्णय है। आप उन्हें बहुत ज्यादा मौके नहीं देना चाहते हैं।
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एडम गिलक्रिस्ट ने संन्यास से चौंकाया था
भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट में एडम गिलक्रिस्ट ने रिपोर्ट्स को नकारने के बाद अचानक संन्यास की घोषणा कर दी थी। टेस्ट मैच के बीच में ही एडम गिलक्रिस्ट ने रिटायरमेंट लेने की घोषणा कर दी थी। अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से किसी भी मैच का रुख पलटने की ताकत रखने वाले एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि लक्ष्मण और हरभजन सिंह ने ऑस्ट्रेलिया को हमेशा मुश्किल समय दिया।
एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि लक्ष्मण अन्य भारतीय बल्लेबाजों के साथ मिलकर हमारे खिलाफ रन बनाते थे और हरभजन सिंह आकर हमें आउट कर देते थे। उन्होंने आगे कहा कि मैं हमेशा ही एक अच्छे समय में संन्यास लेना चाहता था।
गिलक्रिस्ट को वर्ल्ड क्रिकेट में टॉप विकेटकीपरों में से एक माना जाता था। मार्क बाउचर के बाद सबसे ज्यादा शिकार विकेट के पीछे उन्होंने किये थे। एडम गिलक्रिस्ट ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 396 मुकाबले खेले थे। इस दौरान उन्होंने 905 बल्लेबाजों को आउट किया, इनमें 813 कैच और 92 स्टंपिंग शामिल रहे। ऑस्ट्रेलिया के लिए एडम गिलक्रिस्ट ने सभी तीनों प्रारूप में क्रिकेट खेला है। उनके बेहतरीन खेल के कारण कई बार ऑस्ट्रेलिया ने मैच में बड़ा स्कोर बनाकर मुकाबला अपने नाम किया। मैथ्यू हेडन के साथ वनडे में उनकी ओपनिंग जोड़ी बेहतरीन थी।