भारत के खिलाफ अपनी पहली द्विपक्षीय सीरीज (IND vs AFG) खेल रहे अफगानिस्तान टीम के लिए अभी तक शुरूआती दो T20I मुकाबले कुछ खास नहीं रहे और टीम ने पहले ही सीरीज गंवा दी। अब इन दोनों टीमों के बीच तीन मैचों की T20I सीरीज का आखिरी मुकाबला 17 जनवरी को बेंगलुरु में एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाना है। इस मुकाबले से पहले अफगानिस्तान टीम हेड कोच जोनाथन ट्रॉट (Jonathan Trott) ने अपनी टीम के गेंदबाजों से भारतीय बल्लेबाजों पर बीच के ओवरों में दबाव डालने की बात कही है।
मोहाली और इंदौर में खेल गए मुकाबलों में भारतीय बल्लेबाजों ने पावरप्ले में रन बटोरे और बीच के ओवरों में भी रनों की गति को बढ़ाये रखा। दूसरे T20I में यशस्वी जायसवाल और शिवम दुबे ने अफगानिस्तानी स्पिनर्स को जमकर निशाना बनाया था और बीच के ओवरों में ढेर सारे छक्के लगाए थे।
मंगलवार को हुई प्री-मैच कॉन्फ्रेंस में जोनाथन ट्रॉट ने कहा,
मैं कल पूरे 40 ओवर अच्छे होते देखना चाहूंगा। बीच के ओवरों में गेंद से भारतीय टीम पर दबाव बनाना अच्छा होगा। अगर हम वर्ल्ड कप (जून में) में प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं तो यह कुछ ऐसा है जिसमें हम बेहतर होना चाहते हैं। इसलिए इस तरह के ऐतिहासिक वेन्यू पर खेलने के लिए हमारे पास बहुत कुछ है।
मौजूदा सीरीज में अफगानिस्तान को अपने स्टार गेंदबाज और कप्तान राशिद खान की कमी भी खल रही है, जो अपनी पीठ की सर्जरी से रिकवरी हो रहे हैं। ट्रॉट ने कहा कि राशिद को रिकवर होने के लिए अफगानिस्तान मैनेजमेंट पर्याप्त समय दे रहा है। उन्होंने कहा,
यह हमारे द्वारा यह सुनिश्चित करने का मामला है कि हम उनकी पीठ के साथ सावधान रहें। वह इतने प्रभावशाली खिलाड़ी हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वह 100 प्रतिशत तैयार रहें और उन्हें इस तरह की सर्जरी से भविष्य में बचाया जा सके। उन्हें समय देना महत्वपूर्ण है और वह बहुत मेहनत कर रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सब कुछ ठीक है, उन्हें कुछ और अपॉइंटमेंट और चेक-अप मिले हैं। इसलिए, कोई वास्तविक समय-सीमा नहीं है। मुझे उम्मीद है कि वह जल्द ही लौटेंगे लेकिन कोई दबाव नहीं है और कोई जल्दबाजी नहीं है।