अफगानिस्तान के विकेटकीपर शफीक़ुल्लाह शफीक़ के ऊपर एंटी करप्शन कोड का उल्लंघन करने की वजह से 6 साल का प्रतिबंध लगा है। शफीक के ऊपर 2018 अफगानिस्तान प्रीमियर लीग में आईसीसी के एंटी करप्शन कोड से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा था। इसके अलावा उन्होंने 2019-20 बांग्लादेश प्रीमियर लीग में भी सिलहट थंडर टीम के साथी खिलाड़ी को करप्शन के तहत बहकाने का प्रयास किया था।शफीक़ुल्लाह ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा लगाए गए आरोपों में खुद को दोषी मान लिया है और इसी वजह से उन्हें 6 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। शफीक़ुल्लाह ने अफगानिस्तान की तरफ से 24 वनडे और 46 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेले हैं।National team player Shafiqullah Shafaq has been banned from all forms of cricket for a period of six years after he accepted four charges related to the breaching of the ACB Anti-Corruption Code.More: https://t.co/TuYaqGUQTk pic.twitter.com/nKYg3W1yBk— Afghanistan Cricket Board (@ACBofficials) May 10, 2020यह भी पढ़ें - तिलकरत्ने दिलशान ने ऑल टाइम वनडे इलेवन का किया चयन, भारत से सिर्फ सचिन तेंदुलकर शामिल अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरफ से अन्य खिलाड़ियों को भी चेतावनी शफीक़ुल्लाह के ऊपर चार तरह के चार्ज लगाए गए थे, जिसमें एंटी करप्शन के आर्टिकल 2.1.1, 2.1.3, 2.1.4 और 2.4.4 का उल्लंघन शामिल है। आर्टिकल 2.1.1 के तहत मैच फिक्सिंग आता है, जिसमें आप किसी भी घरेलू मैच के परिणाम को बदलने के लिए जान बूझकर खराब प्रदर्शन करते हैं। आर्टिकल 2.1.3 के तहत आपको दोषी तब पाया जाता है, जब मैच में खराब प्रदर्शन करने के लिए आप किसी भी तरह से रिश्वत लेते हैं।आर्टिकल 2.1.4 के तहत आप तब दोषी पाए जाते हैं, जब आप किसी दूसरे खिलाड़ी को आर्टिकल 2.1 के साथ खिलवाड़ करने के लिए उकसाते हैं। आर्टिकल 2.4.4 में अगर आप एंटी करप्शन ऑफिसियल के सामने करप्ट होने को लेकर सही जानकारी नहीं देते हैं, तो आप गलत साबित होते हैं। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सीनियर एंटी करप्शन मैनेजर सईद अनवर शाह कुरैशी ने कहा," यह उन खिलाड़ियों के लिए चेतावनी है, जो यह समझते हैं कि करप्शन का पता अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एंटी करप्शन यूनिट को नहीं पता चलेगा। अपने शैक्षिक कार्यक्रम के तहत हम खिलाड़ियों को यही समझाते हैं कि ऐसी किसी भी तरह की चीज़ को तुरंत रिपोर्ट करें ताकि क्रिकेट और उनके करियर पर कोई प्रभाव न पड़े।