पूर्व भारतीय खिलाड़ी अजय जडेजा (Ajay Jadeja) ने एमएस धोनी (MS Dhoni) की फिनिशिंग क्षमता की जमकर तारीफ की है और उनके मुताबिक धोनी ने एक बार दुनिया को याद दिलाया कि उनमें क्या क्षमता है। मुंबई इंडियंस के खिलाफ धोनी ने 13 गेंदों में 28 रन की ताबड़तोड़ पारी से अपनी टीम को जीत दिलाई।
धोनी ने मैच के आखिरी ओवर की अंतिम चार गेंदों में 16 रन बनाकर मुंबई इंडियंस के खिलाफ अपनी टीम को एक महत्वपूर्ण जीत दिलाई। उन्होंने आखिरी ओवर डालने आये जयदेव उनादकट को निशाना बनाया और एक बार फिर खुद को बेस्ट फिनिशर साबित किया।
एमएस धोनी ने फिर एक बार खुद को साबित किया - अजय जडेजा
क्रिकबज पर अजय जडेजा ने एमएस धोनी को अभी भी सर्वश्रेष्ठ फिनिशर बताया। उन्होंने कहा,
जिस स्थिति में मैच अंतिम चार ओवर में था, वहां से एमएस धोनी ही जिता सकते थे। मुंबई मैच में थी, उनके हाथ में मैच था लेकिन एक दिग्गज खिलाड़ी ने उन्हें मात दी। एमएस धोनी ने एक बार फिर अपना जलवा दिखाया, शायद कुछ लोग भूल गए। लोग डीके को बेस्ट फिनिशर घोषित कर रहे थे, अब जरा एमएस धोनी के बारे में भी सोचिए।
मुंबई इंडियंस ने बीच के ओवरों में लगातार विकेट चटकाए और दबाव बनाया। चेन्नई को अंतिम तीन ओवरों में 42 रनों की दरकार थी लेकिन आखिरी ओवर में एमएस धोनी की फिनिशिंग और उससे पहले ड्वेन प्रिटोरियस (14 गेंदों में 22 रन) के योगदान की वजह से चेन्नई जीत हासिल करने में सफल रही।
जडेजा का मानना है कि धोनी की मौजूदगी ही गेंदबाज को परेशानी में डाल देती है। उन्होंने कहा,
उनकी खास बात यह है कि जैसे ही वह क्रीज पर आते हैं गेंदबाज सोचने लगता है और चिंता करने लगता है कि वह क्या करने जा रहे हैं। यह उन्होंने अनुभव से सीखा है, जरूरी नहीं कि उन्हें हर बार चार्ज ही लेना पड़े। गेंदबाज पर दबाव ज्यादा होता है और आज हमें वह देखने को मिला। वह एक गेंदबाज के सिर में डर डाल देते हैं, ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्होंने इतने रन बनाए हैं।
चेन्नई सुपर किंग्स ने गुरुवार को डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में मुंबई इंडियंस को 3 विकेट से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई इंडियंस ने तिलक वर्मा की नाबाद 51 रनों की पारी की बदौलत 20 ओवर में 155/7 का स्कोर खड़ा किया। जवाब में चेन्नई सुपर किंग्स ने सात विकेट खोकर 156 रन बनाते हुए आखिरी गेंद पर जीत दर्ज की। अंतिम चार गेंदों में सीएसके को 16 रनों की दरकार थी। यहां से धोनी ने जयदेव उनादकट के ओवर की तीसरी गेंद पर छक्का लगाया और अगली गेंद पर चौका जड़ा। पांचवीं गेंद पर धोनी ने दो रन लिए तथा अंतिम गेंद पर चौका लगाकर टीम को जीत दिला दी। उन्होंने 13 गेंदों में 28 रन की नाबाद पारी खेली।