Cheteshwar Pujara and Ajinkya Rahane: रणजी ट्रॉफी में जहां इंटरनेशनल क्रिकेटर्स की वापसी अधिकतर फीकी ही रही तो वहीं कुछ पुराने दिग्गजों ने अच्छे प्रदर्शन दिखाए हैं। भारत की टेस्ट टीम से बाहर चल रहे अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा ने अपनी बल्लेबाजी से प्रभावी पारियां खेली हैं। हालिया समय में भारतीय टेस्ट टीम की दुर्दशा देखने के बाद इन दो बल्लेबाजों की सबसे अधिक याद भारतीय क्रिकेट फैंस को आई है। रणजी ट्रॉफी में अच्छे प्रदर्शन के दम पर वे फिर से टीम में अपनी जगह वापस बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। दोनों ही बल्लेबाज शतक के करीब जाकर आउट हुए हैं। हालांकि, ये शानदार पारियां चयनकर्ताओं पर दबाव डाल सकती हैं।
मुंबई के लिए काफी अहम मुकाबले में अजिंक्य रहाणे ने जो पारी खेली है वह उनकी टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मेघालय को पहली पारी में केवल 86 के स्कोर पर ऑल आउट करने के बाद मुंबई ने 43 के स्कोर पर ही दो विकेट गंवा दिए थे। हालांकि, इसके बाद रहाणे ने सिद्धेश लाड के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 196 रनों की साझेदारी कर डाली। हालांकि, रहाणे दुर्भाग्यशाली रहे और 177 गेंद में 96 रनों की पारी खेलने के बाद आउट हो गए। 36 साल के रहाणे ने इससे पहले सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी अपनी धुआंधार बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया था। इस टूर्नामेंट में भी वह तीन बार शतक से चुके थे।
एक रन से शतक चूक गए चेतेश्वर पुजारा
अभी कुछ महीने पहले ही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान एक्सपर्ट और कमेंटेटर की भूमिका में नजर आए चेतेश्वर पुजारा ने मैदान पर वापसी करते हुए सौराष्ट्र के लिए जोरदार पारी खेली। असम के खिलाफ राजकोट में चल रहे मुकाबले में सौराष्ट्र की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए एक अच्छी शुरुआत करने में सफल रही थी।
146 के स्कोर पर पहला विकेट जब गिरा तब पुजारा मैदान में आए। इसके बाद उन्होंने कुछ आकर्षक शॉट्स लगाए। पुजारा भी दुर्भाग्यशाली रहे और अपने शतक से केवल एक रन दूर रह गए। 167 गेंद की अपनी पारी में पुजारा ने 99 रन बनाए और इस दौरान उनके बल्ले से 10 चौके निकले।