बीसीसीआई के केन्द्रीय अनुबंध में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) के ग्रेड A को खतरा है। दोनों को इस ग्रेड से बाहर किया जा सकता है। इसके अलावा यह भी देखा जाना है कि क्या केएल राहुल (KL Rahul) और ऋषभ पन्त (Rishabh Pant) को उच्चतम श्रेणी A+ में प्रमोट किया जाता है या नहीं।
केन्द्रीय अनुबंध के लिए बीसीसीआई के पास फ़िलहाल चार कैटेगरी है। इसमें सबसे टॉप श्रेणी A+ की है। इसके बाद A है और अंतिम में B और C कैटेगरी को रखा गया है। टॉप श्रेणी में फ़िलहाल रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह का नाम है। आगामी अनुबंध में शायद इसमें और नाम देखने को मिल जाए।
पीटीआई से बातचीत में बोर्ड के एक सूत्र का कहना है कि जाहिर है, रोहित, कोहली और बुमराह तीन अनिवार्य खिलाड़ी होने के नाते सभी प्रारूपों में A+ श्रेणी में होंगे। लेकिन अब राहुल और पंत धीरे-धीरे खुद को ऑल-फॉर्मेट रेगुलर के रूप में स्थापित कर रहे हैं, इसलिए यह देखना होगा कि दोनों को प्रमोशन मिलता है या नहीं।
पुजारा और रहाणे को लेकर सूत्र ने यह कहा कि सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट इस बात का एक संकेतक है कि आप पिछले सीज़न के दौरान अपने प्रदर्शन के अनुसार कहां खड़े हैं। अगर बीसीसीआई और मुख्य कोच (राहुल) द्रविड़ दोनों को सम्मानित करने और उन्हें ग्रुप ए में रखने का फैसला करते हैं, तो यह एक अलग मुद्दा है लेकिन सामान्य परिस्थितियों में वे आदर्श रूप से ग्रुप ए में शामिल नहीं होंगे।
उल्लेखनीय है कि रहाणे और पुजारा का फॉर्म कुछ समय से ख़राब रहा है। वे उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन करने में असफल रहे हैं। ऐसे में बोर्ड का केन्द्रीय अनुबंध भी देखने लायक होगा। फैन्स सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने भी दोनों की खराब फॉर्म को लेकर सवाल खड़े किये हैं।