भारत (India) और इंग्लैंड (England) के बीच टेस्ट सीरीज शुरू होने से कुछ दिन पहले अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने मीडिया से बात की और विकेट को लेकर प्रतिक्रिया दी। टीम इंडिया के उप-कप्तान ने अपनी फिटनेस, टेस्ट टीम में खिलाड़ियों की उपलब्धता, पुछल्ले क्रम की समस्या और बेन स्टोक्स के ब्रेक लेने जैसे विषयों पर कई सवालों के जवाब दिए।
रहाणे से जब ट्रेंट ब्रिज के विकेट के "हरे-भरे" स्वभाव के बारे में पूछा गया तो वह आश्वस्त थे। उन्होंने इस बारे में बताया कि कैसे बल्लेबाज अपनी योजनाओं पर काम कर रहे हैं और कैसे टीम इंडिया प्रबंधन प्रत्येक व्यक्ति को अपने खेल के बारे में आश्वस्त होने के लिए समर्थन देता है।
भारतीय उपकप्तान ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि इंग्लैंड हमें इस तरह के (ग्रीन) विकेट देगा, यह उनकी घरेलू स्थिति है और हम इसके बारे में ज्यादा सोचने वाले नहीं हैं। यह सब अच्छा क्रिकेट खेलने के बारे में है। यह सभी 22 खिलाड़ियों के लिए समान विकेट है। हमें इस बात की ज्यादा चिंता नहीं है कि वे हमें किस तरह के विकेट दे रहे हैं। हम इसके लिए तैयार हैं।
मध्यक्रम की तिकड़ी पुजारा, कोहली और रहाणे का हालिया फॉर्म चिंता का विषय रहा है। तीनों ने 2020 की शुरुआत से टेस्ट में 20 के औसत से रन बनाए हैं। भारत को अपने अनुभवी मध्य-क्रम से महत्वपूर्ण योगदान की आवश्यकता होगी, जो अब अपने टेस्ट करियर में तीसरी बार इंग्लैंड का दौरा कर रहे हैं।
हालांकि भारतीय टीम के लिए ओपनिंग भी एक समस्या दिख रही है। मयंक अग्रवाल सिर में चोट लगने की वजह से अब पहले टेस्ट मैच से बाहर हो गए हैं। ऐसे में केएल राहुल बतौर ओपनर टीम इंडिया का हिस्सा हो सकते हैं। हालांकि पृथ्वी शॉ और सूर्यकुमार यादव को भी टीम में शामिल किया गया है लेकिन इंग्लैंड जाने के बाद उन्हें क्वारंटीन में रहना होगा। ऐसे में शुरुआती दो टेस्ट मैचों में वह नहीं खेल सकते।
भारतीय टीम से शुभमन गिल, वॉशिंगटन सुंदर और आवेश खान जैसे नाम पहले ही चोट की वजह से सीरीज से बाहर हैं। ऐसे में टीम के सभी खिलाड़ियों को सावधानी बरतते हुए आगे बढ़ना होगा।