न्यू ईयर ऑनर्स की घोषणा में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक को इंग्लैंड का सर्वोच्च सम्मान नाइटहुड दिए जाने की घोषणा की गई है। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सर इयान बॉथम के बाद एलिस्टर कुक को नाइटहुड सम्मान से नवाजा जा रहा है। एलिस्टेयर कुक का जन्म 25 दिसंबर 1984 को ग्लॉस्टर में हुआ था।
कुक ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर क्रिकेट की सभी विधाओं में अपने हुनर का जबरदस्त प्रदर्शन किया है। अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में कुक ने 161 टेस्ट मैच खेलते हुए 45.35 की औसत से 12472 रन बनाए हैं। इस दौरान कुक ने 1441 चौके और 11 छक्के भी मारे है। एलिस्टेयर कुक ने टेस्ट क्रिकेट में 33 शतक और 57 अर्धशतक के साथ साथ 5 दोहरे शतक भी लगाएं है। कुक ने अपना पहला टेस्ट टीम भारत के खिलाफ 1 मार्च 2006 में खेला था। वहीं आखरी टेस्ट भी भारत के विरुद्ध ही 7 सितंबर 2018 में खेला। आखरी टेस्ट में एलिस्टेयर कुक का जबरदस्त प्रदर्शन देखने को मिला। कुक ने इंडिया के खिलाफ इस टेस्ट में पहली पारी में 190 गेंद खेलते हुए आठ चौकों की मदद से 71 रन बनाए थे। वहीं दूसरी पारी में कुक ने 286 गेंदों की मदद से शानदार 147 रन की पारी खेली और मैच को भारत के हाथों से छीन लिया था। इंग्लैंड ने सीरीज को 4-1 से अपने नाम किया।
कुक ने 59 टेस्ट मैचों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम की कप्तानी की थी। कुक कप्तानी में इंग्लैंड टीम ने दो बार प्रतिष्ठित एशेज सीरीज जीती है।
क्या है नाइटहुड अवॉर्ड
नाइटहुड, ब्रिटिश साम्राज्य के सर्वोच्च सम्मान में से एक है। इस सम्मान की स्थापना 4 जून 1917 को किंग जार्ज पंचम ने की थी। जिस व्यक्ति को नाइटहुड का अवॉर्ड मिलता है। वह अपने नाम के आगे 'सर' शब्द का प्रयोग कर सकता है। किंग जॉर्ज वी. के समय यह अवॉर्ड सिर्फ शीर्ष पदों पर बैठे लोगों या युद्ध के समय वीरता दिखाने वाले जवानों को दिया जाता था लेकिन बाद में बदलाव किए गए और विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वालों को भी शामिल किया गया।
इसकी 5 रैंक है-नाइट एंड डेम ग्रैंड क्रॉस (GBE), नाइट एंड डेम कमांडर (क्रमशः KBE और DBE), कमांडर (CBE), ऑफिसर (OBE) और सदस्य (MBE). इनमें से शुरुआती दो रैंक हासिल करने वालों को सर या डेम की उपाधि दी जाती है।
Get Cricket News In Hindi Here