इंग्लैंड टीम के धुआंधार बल्लेबाज एलेक्स हेल्स के दोबारा ड्रग टेस्ट में पॉजिटिव आने से हर कोई हैरान है। उन पर 21 दिनों का प्रतिबंध लगा दिया गया था। उसके बाद खुद ही उन्होंने विश्वकप टीम से अलग होने का फैसला कर लिया था। उनका यह फैसला काफी हद तक सही था क्योंकि इंग्लैंड टीम के वरिष्ठ खिलाड़ी भी उनके साथ विश्वकप के लिए अभ्यास करने तक को राजी नहीं थे। दूसरी तरफ ईसीबी ने भी उन्हें सभी अंतरराष्ट्रीय टीमों के साथ विश्वकप टीम से बाहर कर दिया था। काफी दिनों बाद टीम के कप्तान इयोन मोर्गन ने इस मामले में अब अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि एलेक्स हेल्स ने पूरी तरह से टीम का विश्वास तोड़ा है। टीम के वरिष्ठ खिलाड़ी भी चाहते थे कि वह विश्वकप के लिए होने वाली किसी भी तैयारी का हिस्सा न बनें।
इयोन मोर्गन ने कहा कि मैंने कोच ट्रेवर बेलिस से इस बारे में गहराई से बात की थी। मैंने टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों से बात करने के लिए एक बैठक बुलाई थी। उसमें टीम की आगे की योजनाओं, टीम पर पड़ने वाले असर और टीम के कल्चर को लेकर बात की गई। ब्रिस्टल घटना के बाद से हम टीम के कल्चर को बनाए रखने के लिए पिछले 18 महीने से काफी मेहनत कर रहे हैं। इसने वास्तव में हमारी आंखें खोल दी थी। हमें लगा कि प्रदर्शन के साथ खिलाड़ियों के रोल मॉडल को भी पहचाना जरूरी है। इसके बाद हमने यह परंपरा विकसित की और इस पर लगातार काम कर रहे हैं। दुर्भाग्य से एलेक्स ने उन मूल्यों की अवहेलना की है। उसने टीम के खिलाड़ियों का भरोसा तोड़ा है।
मोर्गन ने कहा कि इसके बाद खिलाड़ियों के निर्णय को आगे के स्तर पर ले जाने के लिए सीनियर मैनेजमेंट और चयनकर्ताओं के सामने उसे पेश किया गया। ईसीबी के प्रबंध निदेशक एश्ले जाइल्स ने कहा कि हमने इस फैसले पर पहुंचने से पहले लंबी और गहन मंत्रणा की। हम इंग्लैंड की टीम में सही माहौल तैयार करना चाहते हैं। टीम के हित में बेहतर क्या है इस पर विचार करने के बाद हम नतीजे पर पहुंचे थे। हम चाहते हैं कि टीम का ध्यान भंग न हो और मैदान पर सफल होने के लिये उनकी एकाग्रता बनी रहे।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।