भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम बातों का खुलासा किया और इससे साफ़ तौर पर पता चला कि उनके और बीसीसीआई के बीच सही कम्युनिकेशन नहीं हुआ है। इस बारे में सभी अपनी राय दे रहे हैं और इसी क्रम में लेग स्पिनर अमित मिश्रा (Amit Mishra) का नाम भी शामिल हो गया है। मिश्रा के मुताबिक ठीक तरह से कम्युनिकेशन होने के लिए भारतीय खिलाड़ियों और टीम प्रबंधन के बीच उचित पारदर्शिता होनी चाहिए।
मिश्रा की टिप्पणी विराट कोहली द्वारा बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा करने के बाद आई है कि बीसीसीआई द्वारा वनडे कप्तान के रूप हटाए जाने के सम्बन्ध में उन्हें केवल 1.5 घंटे पहले बताया गया था। कोहली ने जो भी बातें कहीं, वह गांगुली के द्वारा दिए बयान से पूरी तरह से विपरीत हैं।
गांगुली ने स्पष्ट किया था कि बीसीसीआई ने विराट को टी20 कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कहा था, इस बात को विराट ने नकार दिया। बीसीसीआई अध्यक्ष ने यह भी दावा किया था कि कप्तानी में बदलाव से पहले विराट को इस बारे में बताया गया था। एएनआई से बात करते हुए मिश्रा ने कहा,
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। ऐसा पहले भी हुआ है और मुझे लगता है कि जिस खिलाड़ी ने देश के लिए इतना अच्छा प्रदर्शन किया है और इतनी मेहनत की है उसे यह जानने का अधिकार होना चाहिए कि उसे टीम से या किसी विशेष पद से क्यों हटाया गया है। एक खिलाड़ी को पता होना चाहिए कि उसमें कहां कमी है और उस पहलू में सुधार करना चाहिए।
अमित मिश्रा ने विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच मतभेद की ख़बरों को गलत बताया
मिश्रा ने विराट और नए वनडे और टी20 के कप्तान रोहित शर्मा के बीच 'संभावित दरार' के ख़बरों को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा,
ये बातें सच नहीं हैं। दोनों खिलाड़ियों का जीवन के प्रति इतना सकारात्मक दृष्टिकोण है। जब वे मैदान पर होते हैं तब भी उनके बीच अच्छा कम्युनिकेशन होता है। वे हमेशा टीम के लिए अपना शत-प्रतिशत देते हैं। मुझे लगता है कि विराट ने एक कप्तान के रूप में बहुत अच्छा काम किया है और अब रोहित की बारी है कि वह अपने खेल का प्रदर्शन करे और खुद को एक महान खिलाड़ी और कप्तान साबित करे।
विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने और रोहित के बीच मतभेद की ख़बरों से इंकार करते हुए, उन्हें पूरी तरह से समर्थन करने की बात कही है।