महेंद्र सिंह धोनी, एक ऐसा खिलाड़ी जिसे ना सिर्फ भारत के लोग पसंद करते हैं बल्कि पूरी दुनिया उनकी कायल है। 2004 से अपने अंतराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले धोनी भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान रह चुके हैं। वो एकमात्र ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने अपनी कप्तानी में अपनी टीम को टी-20 विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी और पचास ओवरों का विश्व कप जीताने का कारनामा किया है। बतौर कप्तान उन्होंने जितना कुछ टीम इंडिया के लिए किया उतना अब तक शायद किसी और कप्तान ने नहीं किया है। भले ही उन्होंने टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ दी हो लेकिन अब भी वो इस टीम के अभिन्न अंग हैं।
उनकी उपस्थिति मात्र ही टीम के खिलाड़ियों के अंदर एक नया जोश भर देती है। 37 साल के हो चुके इस दिग्गज कप्तान के लिए शायद ये विश्व कप अंतिम विश्व कप होगा और ऐसी उम्मीद भी जताई जा रही है की उसके बाद शायद वो क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। उनके संन्यास की बातों को मन में सोचते ही उनके चाहने वालों के अंदर एक मायूसी सी छा जाती है तो सोचिए उस दिन क्या होगा जब वो सचमुच संन्यास ले लेंगे ?
इस बात में कोई शक नहीं है महेंद्र सिंह धोनी जैसा एक सम्पूर्ण क्रिकेटर मिलना बहुत ही मुश्किल है लेकिन एक ऐसा युवा विकेटकीपर है जिसके अंदर धोनी जैसी झलक दिखती है। हम बात कर रहे हैं ऋषभ पंत की। अपने करियर के शुरुआती दिनों में धोनी भी उसी तरह की आक्रामक बल्लेबाजी करते थे जैसे आज ऋषभ पंत करते हैं। ऋषभ पंत को महेंद्र सिंह धोनी का उत्तराधिकारी माना जाता है। अब तक उन्होंने सिर्फ 3 एकदिवसीय, 10 टी-20 तथा 9 टेस्ट मैच ही खेले हैं लेकिन इतने छोटे से करियर में ही उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है।
सिडनी टेस्ट में उनके द्वारा खेली गई 159 रनों की पारी उनकी अब तक कि सर्वश्रेष्ठ पारी है। इसके अलावा उन्होंने इंग्लैंड दौरे में भी एक शतक लगाया था। सिर्फ 9 टेस्ट मैचों में ही उनके नाम दो शतक हैं और दोनों ही विदेशी पिचों पर। उनके ये शानदार आंकड़े बताते हैं कि वो लंबी रेस के घोड़े हैं। वो ऑस्ट्रेलियाई धरती पर शतक लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं यानी कि जो काम धोनी ऑस्ट्रेलिया में नहीं कर पाएं वो ऋषभ पंत ने इतने छोटे से करियर में ही कर दिया।
इस बात में कोई संदेह नहीं है कि ऋषभ पंत बेहद ही प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और जरूरत के समय में टीम के लिए बहुमूल्य योगदान भी देते हैं लेकिन महेंद्र सिंह धोनी की विरासत को संभालना और उसे आगे ले जाना उनके लिए एक बहुत बड़ी चुनौती होगी लेकिन जिस तरह का शानदार प्रदर्शन उन्होंने अब तक किया है उससे देखकर तो ऐसा ही लगता है जैसे वो धोनी की विरासत को बहुत ही अच्छे तरीके से आगे ले जाएंगे।