श्रीलंका के दिग्गज ऑलराउंडर और पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (Angelo Mathews) ने अपनी टीम के लिए तीन साल से भी ज्यादा समय के बाद कोई टी20 इंटरनेशनल मुकाबला खेला। मैथ्यूज ने जबरदस्त वापसी की और मैच जिताऊ पारी खेली। दाएं हाथ के ऑलराउंडर ने अपने शानदार प्रदर्शन के बाद, प्रमोद विक्रमसिंघे की अगुवाई वाली श्रीलंका की पिछली चयन समिति पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके फैसले लेने की प्रक्रिया में 'एजेंडा' था जिसके कारण वह मार्च 2021 से सीमित ओवरों की टीम से बाहर थे।
कोलंबो में खेले गए मुकाबले में श्रीलंका ने ज़िम्बाब्वे को आखिरी गेंद पर हराया और तीन विकेट से मुकाबला अपने नाम किया। पहले खेलते हुए ज़िम्बाब्वे ने 143/5 का स्कोर बनाया, जिसका पीछा करते हुए श्रीलंका ने एकसमय 83 के स्कोर तक 6 विकेट गंवा दिए थे। यहाँ से मैथ्यूज ने आखिरी ओवर में आउट होने से पहले 38 गेंदों में पांच चौके और एक छक्के की मदद से 46 रनों की पारी खेली और बाद में श्रीलंका को जीत मिली।
प्लेयर ऑफ द मैच अवार्ड जीतने वाले एंजेलो मैथ्यूज ने टीम के लिए हानिकारक निर्णय लेने के लिए पिछले चयन पैनल को दोषी ठहराया। उन्होंने यह भी कहा कि वह अभी कुछ और समय तक खेल सकते हैं। दाएं हाथ के खिलाड़ी ने कहा,
पिछले दो लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) सत्रों में मैंने अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी की, लेकिन दुर्भाग्य से मुझे टी20 वर्ल्ड कप के लिए नहीं चुना गया, और मुझे इसके लिए कारण नहीं दिए गए। अगर आप एजेंडा से प्रेरित फैसले लेते हो तो इस तरह की चीजें हो सकती हैं जैसे कि हम चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई भी नहीं कर पाए हैं। लेकिन मेरा मानना है कि अगर आप ट्रेनिंग करते हो और पूरे दिल से खेलते हो तो आप अपने लिए ऐसा माहौल तैयार कर सकते हो जहां आप प्रदर्शन कर सकते हो। मैंने पिछले कुछ वर्षों में अपने प्रयासों को जारी रखा। मुझे लगता है कि मैं कुछ समय और खेल सकता हूं।
आपको बता दें कि मैथ्यूज को पिछले साल वनडे टीम में भी मौका मिला था, जब वर्ल्ड कप के दौरान उन्होंने श्रीलंकाई स्क्वाड में एक चोटिल खिलाड़ी को रिप्लेस किया था।