भारतीय क्रिकेट टीम के कोच अनिल कुंबले ने रविवार को हैदराबाद में बीसीसीआई के ऑफिस पदाधिकारियों से मुलाक़ात की। बैठक में उन्होंने केन्द्रीय अनुबंध वाले खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ और कोच सहित तमाम लोगों की सैलरी में बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा। प्रबंधन समिति ने विराट कोहली का नजरिया जानने के लिए उनके साथ अलग से बातचीत की, कोहली ने भी कुंबले की बातों को अपना समर्थन दिया। प्रबंधन समिति (COA) ने कुंबले और कोहली से बातचीत की और दोनों ने यह कहा कि टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन को सबसे अधिक तवज्जो मिलनी चाहिए। कुंबले ने वेतन संरचना में बदलाव के लिए एक प्रेजेंटेशन दिया, इसे बोर्ड के पदाधिकारी जांचेंगे और इसके बाद प्रबंधन समिति के साथ बातचीत होगी। मीटिंग के दौरान बोर्ड के मौजूद एक सदस्य ने कहा "प्रेजेंटेशन में यह बताया गया था कि बदला हुआ वेतन कैसे लागू हो, खासकर टेस्ट खिलाड़ियों की आय को बढ़ाने के सम्बन्ध में। इस समय ऐसा हो रहा है कि कई खिलाड़ी बिना टेस्ट खेले आईपीएल में डेढ़ महीने खेलकर उतनी राशि प्राप्त कर लेते हैं जितना टेस्ट खेलने वाले कुछ खिलाड़ी प्राप्त नहीं कर पा रहे और वे आईपीएल भी नहीं खेलते।" गौरतलब है कि हैदराबाद में कुंबले ने बोर्ड की प्रबंधक समिति और ऑफिस पदाधिकारियों के सामने एक विस्तारित रिपोर्ट और प्रेजेंटेशन दिया था। इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जोहरी, कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौबे और ट्रेजरार अनिरुद्ध चौधरी मौजूद थे। कोहली मीटिंग में उपस्थित नहीं थे, उन्होंने वीडियो कांफेरेंस के जरिये बातचीत की। उल्लेखनीय है कि घरेलू क्रिकेट में औसत दर्जे के खिलाड़ियों के वेतनमान में बढ़ोतरी का मामला एक सप्ताह पहले भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने भी उठाया था। उन्होंने बोर्ड के साथ कुंबले की मीटिंग को ध्यान में रखते हुए भारतीय कोच को पत्र लिखकर अपनी चिंता बताई थी। इस सम्बन्ध में आगे क्या निर्णय होता है, यह पूरी तरह बीसीसीआई के हाथ में है। सबकी नजरें इस पर लगी रहेंगी।