Anil Kumble doesn't want Shubman Gill to open innings in Australia: भारत को एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाने है, जिसका आयोजन नवंबर-दिसंबर में होगा। इस सीरीज से जुड़ी हाल ही में एक अहम रिपोर्ट सामने आई, जिसमें बताया गया कि भारतीय कप्तान निजी कारणों से पहला या फिर दूसरा टेस्ट खेलने से चूक सकते हैं। ऐसे में रोहित की गैरमौजूदगी में पारी की शुरुआत कौन करेगा, इसको लेकर काफी ज्यादा चर्चा देखने को मिल रही है। इसको लेकर पूर्व भारतीय लेग स्पिनर ने अपना रूख साफ़ कर दिया है और वह नहीं चाहते हैं कि रोहित के बाहर होने की स्थिति में शुभमन गिल पारी की शुरुआत करें, कुछ समय से टेस्ट में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हैं।
शुभमन गिल ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया में ही बतौर ओपनर की थी लेकिन फिर चेतेश्वर पुजारा को ड्रॉप किए जाने के बाद इस युवा बल्लेबाज को नंबर 3 की जिम्मेदारी सौंप दी गई। इस पोजीशन पर गिल काफी अच्छा प्रदर्शन भी कर रहे हैं। उन्होंने इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट शतक भी जड़े। वहीं ओपनर में रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल मोर्चा संभाले नजर आए।
अनिल कुंबले ने क्यों शुभमन गिल से पारी की शुरुआत कराने से किया इंकार?
भारत के सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज अनिल कुंबले का मानना है कि अगर रोहित शर्मा उपलब्ध नहीं रहते हैं तो फिर यशस्वी जायसवाल के साथ केएल राहुल को ओपनर के तौर पर मिलना चाहिए, जबकि शुभमन गिल को अपनी नंबर 3 की पोजीशन पर ही खेलना चाहिए। बेंगलुरु टेस्ट पहले दिन ब्रॉडकास्टर्स से बात करते हुए, कुंबले ने कहा:
"मैं इसे बदलना नहीं चाहता। मुझे पता है कि शुभमन गिल को आगे बढ़ाने का प्रलोभन है क्योंकि रोहित पहले टेस्ट में उपलब्ध नहीं है। लेकिन, केएल राहुल हमेशा से ही उस भूमिका में आगे रहे, जो टीम उनसे चाहती है। आप ओपनिंग कराना चाहते हैं या विकेटकीपिंग, पहले राहुल द्रविड़ ने ऐसा किया, अब केएल राहुल कर रहे हैं।"
कुंबले ने गिल को ऑस्ट्रेलिया में सफलता के लिए अहम बताया। उन्होंने राहुल द्रविड़ और चेतेश्वर पुजारा का उदाहरण दिया और कहा कि गिल में भी नंबर 3 पर सफल होने का दमखम है। दिग्गज गेंदबाज ने कहा:
"नंबर 3 पर आपकी बारी शुरुआत में भी आ सकती है या फिर काफी इंतजार भी करना पड़ सकता है। हम जानते हैं कि पहले 25 घंटों के बाद कूकाबुरा से बल्लेबाजी करने का सबसे अच्छा समय 30वें ओवर और 60वें ओवर के बीच होता है। द्रविड़ और पुजारा ने अपने पूरे करियर में यही किया, यह सुनिश्चित करते हुए कि टीम सुरक्षित रहे और चार नंबर, नंबर पांच और नंबर छह बल्लेबाज लाइनअप में बहुत बाद में आए ताकि वे आराम से बल्लेबाजी कर सकें और रन बना सकें। इसलिए शुभमन को विशेष रूप से ऑस्ट्रेलिया में यह भूमिका निभानी होगी। उसे परिस्थितियों के हिसाब से थोड़ा बदलाव करना पड़ सकता है। उनके पास ऐसा करने की क्षमता भी है।"