पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि दिग्गज गेंदबाज अनिल कुंबले के टाइम में अगर डीआरएस होता तो वो 900 विकेट चटकाते। यही बात उन्होंने एक और दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह के लिए भी कही। उन्होंने कहा कि अगर इन दोनों खिलाड़ियों के समय में डीआरएस होता तो इनके विकेटों की संख्या काफी ज्यादा होती।
स्पोर्ट्स तक से खास बातचीत में गौतम गंभीर ने कहा कि अगर डीआरएस की तकनीक उस समय होती तो अनिल कुंबले 900 विकेट चटकाते और हरभजन सिंह के विकेटों की संख्या 700 होती। फ्रंट फुट पर भी उन्हें पगबाधा आउट नहीं मिला। हरभजन सिंह ने केपटाउन में 7 विकेट चटकाए। अगर वो रैंक टर्नर पिचों पर खेलते तो विरोधी टीम शायद 100 रन भी ना बना पाती।
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इसके अलावा गौतम गंभीर ने अनिल कुंबले की कप्तानी की भी तारीफ की। उन्होंने इससे जुड़ा एक बेहद ही दिलचस्प किस्सा बताया। गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2008 की सीरीज को याद करते हुए कहा कि मैं और वीरेंदर सहवाग डिनर कर रहे थे, तभी अनिल कुंबले आए और कहा कि तुम दोनों इस पूरी सीरीज में ओपनिंग करोगे, चाहे कुछ भी हो जाए। चाहे भले ही 8 बार तुम लोग जीरो पर ही आउट क्यों ना हो जाओ, उससे फर्क नहीं पड़ता है। मैंने इस तरह के शब्द अपने करियर में किसी से भी नहीं सुने थे। वो शब्द आज भी मेरे दिल में है।
आपको बता दें कि अनिल कुंबले ने अपने टेस्ट करियर में 132 मैचों में 619 विकेट चटकाए हैं। वो भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं और दुनिया में तीसरे पायदान पर हैं। इसके अलावा 103 टेस्ट मैचों में हरभजन सिंह के नाम 417 विकेट हैं। इन दोनों ही दिग्गज गेंदबाजों की जोड़ी अपने जमाने में काफी मशहूर थी।