तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) ने पिछले 12 महीनों में भारतीय टीम (India Cricket Team) के साथ चुनौतीपूर्ण समय को याद किया और कहा कि उनकी यात्रा इस अवधि में उतार-चढ़ाव भरी रही। अर्शदीप ने खुलासा किया कि वो अपनी शैली की इस नई परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए नई गेंद से गेंदबाजी करने के अपने पुराने अनुभव पर विश्वास करते हैं।
पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अर्शदीप सिंह ने चार मैचों में चार विकेट लिए, लेकिन प्रत्येक मैच में काफी रन खर्च किए। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका और अफगानिस्तान के खिलाफ उनका प्रदर्शन बेहतर रहा। उन्होंने चार मैचों में चार विकेट लिए, लेकिन इकोनॉमी 8 के करीब रही।
अर्शदीप सिंह ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'पिछले 12 महीने अनुभव के आधार पर मिश्रित रहे। कुछ प्रदर्शन अच्छे रहे, जिसमें मुझे कुछ नया सीखने को मिला। कुछ उतार-चढ़ाव आए, जिसने मेरे प्रदर्शन को न्यूट्रल बना दिया।'
अर्शदीप सिंह ने साथ ही कहा कि जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे सीनियर गेंदबाजों की गैरमौजूदगी में नई गेंद के साथ गेंदबाजी करने के अनुभव ने उन्हें गेंदबाज के रूप में विकसित किया। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा, 'विशेष तौर पर, मैंने पिछले कुछ समय में नई गेंद से गेंदबाजी करनी शुरू की, विशेषकर धीमी पिच पर। पिछले मैच में मैंने कुछ मिश्रण आजमाए, विशेषकर बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ और ये कारगर साबित हुए। इससे मुझे विश्वास मिला। इसके अलावा मैं अपनी शैली को धारदार बनाने की कोशिश कर रहा हूं।'
भारतीय गेंदबाज ने कहा कि टीम में स्पष्ट भूमिका से काफी मदद मिलती है। उन्होंने कहा, 'खिलाड़ियों की भूमिका स्पष्ट है। एक गेंदबाज के रूप में आप जानते हैं कि आपको शुरुआती और बीच के ओवर्स में गेंदबाजी करनी पड़ सकती है। जब आपको स्पष्टता होती है तो आप बेहतर प्रदर्शन के साथ लौटते हैं।'